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रुद्रप्रयाग, 3 जुलाई (हि.स.)। जखोली ब्लाॅक के दो दिन पूर्व देवल गांव में गुलदार के पिंजरे में कैद होने के बाद भी ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। अब भी ब्लॉक मुख्यालय से लगे गांवों के आसपास तीन से चार गुलदार सक्रिय हैं, जो शाम ढलते ही आबादी के आसपास धमक रहे हैं। बता दें कि बीते तीन माह में गुलदार तीन महिलाओं को मार चुका है। साथ ही आठ लोग घायल भी हुये हैं।
इस वर्ष 25 फरवरी को देवल गांव में गुलदार ने गांव के समीप ही एक 69 वर्ष की महिला को मार दिया था। वहीं, 30 मई को बरसीर-डांडा और 10 जून को मखेत गांव में भी गुलदार ने दो महिलाओं को मार दिया था। इस घटना के बाद से ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर वन विभाग के अधिकारियों का घेराव भी किया था। साथ ही मयाली में चक्काजाम कर विरोध जताया था। अब, दो दिन पूर्व देवल गांव में लगे पिंजरे में एक गुलदार कैद हुआ है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कहना मुश्किल है कि यह गुलदार वही है, जिसने बीते दो माह में दो महिलाओं को मारा था, क्योंकि क्षेत्र में अन्य कई गुलदार धमक रहे हैं। उन्होंने वन विभाग से गुलदारों के बारे में सही जानकारी नहीं देने का आरोप लगाते हुये कहा कि लोग दशहत में जीने को मजबूर हैं। इन दिनों बरसात के मौसम में दिन-दोपहर कोहरा छाने से गुलदार के हमले का खतरा और भी बढ़ गया है।
इधर, रेंजर हरीश थपलियाल ने बताया कि गुलदार की सक्रियता का पता लगाने के लिए जगह-जगह ट्रैप कैमरा लगाये गये हैं, जिसके आधार पर गश्त की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति