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- पूर्णिया एयरपोर्ट का रनवे होगा 9000 मीटर लंबा यानी राज्य का सबसे लंबा रनवे बनेगा
पटना/पूर्णिया, 03 जुलाई (हि.स.)। बिहार में नेपाल और बंगाल की सीमा से सटे पूर्णिया में स्थित हवाईअड्डे के निर्माण को लेकर राज्य सरकार तेजी से काम कर रही है। इसी संदर्ध में गुरुवार को राज्य सरकार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने पूर्णिया एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों की प्रगति की उच्चस्तरीय समीक्षा निर्माणाधीन हवाई अड्डे परिसर में की।
इसमें एयरपोर्ट से संबंधित इंटिरिम टर्मिनल बिल्डिंग, रनवे, एप्रोन, एप्रोच पथ समेत अन्य अवसंरचनाओं की अद्यतन स्थिति की बारीकी से समीक्षा की गई।
मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने बैठक में कार्य में तेजी लाने और गुणवत्ता से कोई समझौता न करने का सख्त निर्देश सभी अभियंताओं और संवेदकों को दिया।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि एयरपोर्ट तक जाने वाली सभी सड़कों का निर्माण और मरम्मत कार्य शीघ्रता से पूर्ण किया जाए, जिससे आम लोगों को सुगम और सुरक्षित आवागमन मिल सके।
पूर्णिया एयरपोर्ट पर 9000 मीटर लंबा रनवे तैयार किया जा रहा है। यह बिहार में सबसे बड़ा रनवे होगा।
अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हवाई अड्डा तक आवागमन के लिए मुख्य मार्ग के एलायनमेंट को लेकर भी चर्चा हुई। अगस्त महीने तक सभी निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए कहा गया है। कोशिश यही है कि अगले महीने पूर्णिया से उड़ान शुरू कर दी जाए।
मौके पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन विपिन कुमार, नगर एवं विमानन निदेशक डॉ. निलेश रामचंद्र देवड़े, पूर्णिया प्रमंडल के आयुक्त राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि बीते जून 2022 में बिहार सरकार ने सिविल टर्मिनल पर निर्माण शुरू करने के लिए मौजूदा वायुसेना बेस के ठीक बगल में 52.5 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था। इस हवाईअड्डे पर एक वीआईपी लाउंज, कार्गो सुविधाएं और अन्य सहायक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा। उत्तर बिहार के 13 जिलों सहित नेपाल और बंगाल के वंचित क्षेत्रों में हवाई पहुंच को बढ़ावा देने के लिए पूर्णिया हवाई अड्डे को भारत सरकार की उड़ान क्षेत्रीय संपर्क योजना के हिस्से के रूप में चुना गया है । 2025 की शुरुआत में, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने एक अंतरिम यात्री टर्मिनल के निर्माण के लिए बिहार सरकार के साथ एक अनुबंध किया था। यह अनुबंध 33.99 करोड़ का था और निर्माण तीन से चार महीनों के भीतर पूरा होना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी