Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
देहरादून, 06 जुलाई (हि.स.)। उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने गुरुवार को सचिवालय स्थित सभागार में प्रदेश के भीतर राष्ट्रीय राजमार्गों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने एनएच पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई की सड़कों की प्रगति, बाधाओं और संभावित बॉटल नेक क्षेत्रों की जानकारी लेकर त्वरित समाधान के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने राष्ट्रीय राजमार्गों की समीक्षा करते हुए एनएच पीडब्ल्यूडी की सड़कों की बॉटल नेक की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सड़कों को दुरुस्त करने के लिए शीघ्र योजना तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही एनएच पीडब्ल्यूडी की ओर से लंबित मामलों में संबंधित जिलाधिकारियों और वन विभाग के साथ लगातार बैठकें कर लंबित प्रकरणों का निस्तारण करने को कहा।
गुरुवार को सचिवालय स्थित अपने सभागार में मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने प्रदेश के भीतर सभी राष्ट्रीय राजमार्गों की समीक्षा की। इस दौरान मुख्य सचिव ने प्रदेश के अंतर्गत एनएच पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई की सड़कों की स्थिति और प्रगति की विस्तार से जानकारी ली। मुख्य सचिव ने वन एवं वन्यजीव संस्तुतियों के लिए लगातार केन्द्र और राज्य स्तरीय संबंधित विभागों से अनुवर्तन करते रहने की बात भी कही।
मुख्य सचिव ने ऋषिकेश बाईपास में बायपास को ऋषिकेश से शिवपुरी तक बढ़ाए जाने के लिए कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्र के स्तर से प्राप्त होने वाली स्वीकृतियों के लिए लगातार प्रयास किए जाएं। उन्होंने कलियासौड़ रिअलाइनमेंट और जोशीमठ बाईपास रिअलाइनमेंट कार्य पूर्ण किए जाने के लिए टाईमलाइन निर्धारित करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि कार्यों को निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत पूर्ण करने के साथ ही लगातार उच्च स्तरीय मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कार्यों को समय से पूरा किए जाने के लिए जिन कार्यों को समानान्तर शुरू किया जा सकता है, उन्हें शुरू कर लिया जाए।
मुख्य सचिव ने एनएचएआई के अंतर्गत बन रही सड़कों की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने एनएचएआई के बल्लुपुर पोंवटा साहिब पैकेज 1 और 2, झाझरा-आशारोड़ी 4 लेन, हरिद्वार बायपास सहित विभिन्न स्तरों पर चल रहे प्रोजेक्टों की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कार्यों को निर्धारित समयसीमा के अंतर्गत पूरा करने को कहा।
सचिव डॉ.पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि प्रदेश के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्गाें की कुल लम्बाई 3589.99 किमी है, जो एनएच पीडब्ल्यूडी के पास 2028.19 किमी, बीआरओ के पास 986.8 किमी, एनएचआईडीसीएल के पास 130 किमी और एनएचएआई के पास 445 किमी है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग के कुल 53 कार्य होने हैं,जिनमें से 47 को स्वीकृति प्राप्त है। 42 कार्य अवार्ड किए जा चुके हैं, जिनमें से 30 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। 12 कार्यों पर कार्य गतिमान है। 5 कार्य अवार्ड होने बाकी हैं और 6 कार्य स्वीकृत होने बाकी हैं।
इस अवसर पर अपर सचिव विनीत कुमार और रीजनल ऑफिसर एनएचएआई विशाल गुप्ता और पीडी एनएचएआई पंकज भी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार