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—गाजीपुर,बलिया,फाफामऊ,मिर्जापुर में भी गंगा के जलस्तर में बढ़ाव का रूख,प्रयागराज में घटाव
वाराणसी,03 जुलाई (हि.स.)। वाराणसी में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। धीरे—धीरे लहरें घाट की सीढ़ियों को अपने आगोश में लेकर उपर चढ़ रही हैं। तीन-चार घाटों के सम्पर्क मार्ग पर भी लहरें पहुंच गई है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार वाराणसी में गुरूवार को गंगा का जलस्तर सुबह आठ बजे तक 62.52 मीटर दर्ज किया गया। गंगा की लहरें एक सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बढ़ रही है। गाजीपुर,बलिया,फाफामऊ,मिर्जापुर में गंगा के जलस्तर में जहां वृद्धि हो रही है। वहीं, प्रयागराज में गंगा का जलस्तर घटने लगा है। प्रयागराज में सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 74.89 मीटर दर्ज किया गया। यहां गंगा में चेतावनी बिंदु 83.734 मीटर और खतरे का निशान 84.734 मीटर है। गंगा की सहायक नदी गोमती और छोटी सरयू नदी के जलस्तर में भी ठहराव है। इसको देखते हुए किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ ने भी पूरी तैयारी की है। वाराणसी में घाट से सटे छोटे—बड़े मंदिरों में गंगा का पानी पहुंच गया हैं । मोक्षतीर्थ मणिकर्णिकाघाट और हरिश्चंद्रघाट पर शवदाह उपरी सीढ़ियों और प्लेटफार्म पर होने लगा है। फिलहाल गंगा की लहरें आबादी की ओर नहीं बढ़ रही है। बावजूद गंगा के किनारे रहने वाले लोग जलस्तर पर निगाह जमाए हुए हैं। अस्सी और तुलसीघाट के आगे की मिट्टी और रेत लहरों में समा गई है। भदैनी, जानकी घाट, केदार घाट, पंचगंगा घाट, ललिता घाट, मान सिंह, दरभंगा घाट की सीढ़ियों को लहरें डुबोने लगी हैं। घाटों पर खड़ी नावों और बजड़ों को भी सुरक्षित तरीके से मांझी समाज ने बांध दिया है। हालांकि गंगा में नौकायन पर अभी प्रतिबंध नहीं लगा है। लेकिन सुरक्षा कारणों से छोटी नावों का संचालन मांझी समुदाय नहीं कर रहा हैं । गंगा में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दशाश्वमेध घाट पर होने वाली प्रसिद्ध गंगा आरती ऊपरी सीढ़ी पर हो रही है। वाराणसी में बुधवार को सुबह आठ बजे तक 62.28 मीटर गंगा का जलस्तर दर्ज किया गया। वहीं, मंगलवार शाम 6 बजे गंगा का जलस्तर 61.95 मीटर रहा। वाराणसी में फिलहाल बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है। वाराणसी में चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर और खतरे का निशान 71.26 मीटर है। बाढ़ की संभावित स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने भी तैयारी की है। जिलाधिकारी ने बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्र एवं बाढ़ चौकी का निरीक्षण कर सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैय्या कराने के निर्देश दिए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी