Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
पौड़ी गढ़वाल, 3 जुलाई (हि.स.)। मुख्य शिक्षा अधिकारी नागेंद्र बर्तवाल ने जानकारी दी कि शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार के रूप में कलस्टर विद्यालय योजना को लागू किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य दूरस्थ एवं छोटे विद्यालयों को एकीकृत कर संसाधनों के समुचित उपयोग द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों को एक समूह (कलस्टर) के रूप में जोड़ा जाएगा, जहां शिक्षक, शैक्षणिक सामग्री, पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब, खेल सामग्री एवं अन्य संसाधनों का साझा उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही प्रत्येक कलस्टर में एक केन्द्र विद्यालय निर्धारित किया जाएगा, जहां अन्य समीपवर्ती विद्यालयों के छात्र-छात्राएं अध्ययन हेतु प्रेरित किये जाएंगे। इनके आने-जाने हेतु यात्रा व्यय की व्यवस्था भी की जाएगी।
मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शिक्षकों के लिए नियमित कार्यशालाएं आयोजित कर उन्हें नई शिक्षण विधाओं से प्रशिक्षित किया जाएगा। वहीं, विद्यार्थियों के लिए विज्ञान प्रदर्शनियों, खेल प्रतियोगिताओं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कलस्टर स्तर पर किया जाएगा, जिससे उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके।
जनपद पौड़ी में पूर्व चयनित 79 कलस्टर विद्यालयों की समीक्षा उपरांत 54 विद्यालयों को कलस्टर रूप में संचालित करने पर सहमति बनी है। यह निर्णय अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, गढ़वाल मण्डल पौड़ी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया, जिसमें सभी खण्ड शिक्षा अधिकारी सम्मिलित रहे। प्रथम चरण में जनपद के 14 विकासखण्डों से एक-एक विद्यालय एवं दुगड्डा विकासखण्ड से दो विद्यालय कलस्टर के रूप में संचालित किये जाने की कार्यवाही गतिमान है।
हिन्दुस्थान समाचार / कर्ण सिंह