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जो लोकसभा जीतता है, वही विधानसभा भी जीतता है
कार्यालय का नाम पीडीए भवन होगा, बिहार में लालू की पार्टी को सपा का समर्थन
आज़मगढ़, 3 जुलाई (हि.स.)। जिले के अनवरगंज में अपने आवास व कार्यालय के उदघाटन व गृह प्रवेश करने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा पर जहाँ जमकर हमला बोला, वहीं सीएम योगी पर तंज कसते हुए कहा कि इस बार यह इंजन और डब्बे नहीं टकरा रहे । इस बार पटरी के मालिक पटरी हिलाना चाहते हैं। उन्होंने सीएम योगी को आउटगोइंग मुख्यमंत्री बताया। अखिलेश यादव ने आज़मगढ़ के अपने पार्टी कार्यालय का नाम 'पीडीए भवन' घोषित किया। वहीं बिहार चुनाव में लालू प्रसाद यादव की पार्टी को उन्होंने समर्थन देने का ऐलान किया।
पार्टी कार्यालय के सामने खाली भूमि पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि जब कभी भी सवाल पूछते थे कि आजमगढ़ जो समाजवादी पार्टी का घर और गढ़ है , लेकिन इसमें कोई स्थान, घर और परमानेंट जगह नहीं है । उन्होंने कहा कि आज हमें इस बात की खुशी है कि बहुत पार्टी कार्यालय हम लोगों ने देखे, भारतीय जनता पार्टी का कई फ्लोर का पार्टी कार्यालय देखा है, लेकिन जितना शानदार समाजवादी पार्टी का कार्यालय दिखाई दे रहा है। इसके मुकाबले उनके पार्टी कार्यालय कहीं नहीं है । उन्होंने छोटा कार्यालय इसलिए बनवाया क्योंकि उन्हें पता है कि उनका आजमगढ़ से खाता नहीं खुलेगा। इसलिए खानापूर्ति के लिए कार्यालय बना दिया है लेकिन हम समाजवादी लोग आप सबके लोगों का धन्यवाद देते हैं, आभार प्रकट करते हैं, जो सम्मान प्यार आजमगढ़ की जनता देती है अभी तक हमें बहुत कम प्यार और सम्मान अन्य जिलों में मिल पाता है । नेताजी हमेशा कहते रहे कि आजमगढ़ से हम लोगों का भावनात्मक लगाव है। हमारा और आपका लगाव एक बार नहीं बल्कि हमें कई बार देखने को मिला है। हम लोगों ने पार्टी की तरफ से कोई भी फैसला ले लिया हो, उसे आजमगढ़ की जनता ने स्वीकार किया। राजनीति में समाजवादी पार्टी को आगे बढ़ाने का काम किया।
गुड्डू जमाली के साथ आने के बाद भाजपा ने डाले हथियार
यहां से नेताजी को और समाजवादी पार्टी को आपने न सिर्फ जिताया बल्कि ऐतिहासिक वोटों से जीतने का काम किया। राजनीतिक परिस्थितियां बदलती,बनती , बिगड़ भी जाती हैं। अगर धर्मेंद्र यादव नहीं जीत पाए, उसका दुख सबको था, लेकिन जब से गुड्डू जमाली हम लोगों के साथ आ गए उसी दिन से भारतीय जनता पार्टी ने अपने हथियार डाल दिए। अगर लखनऊ से बाई तरफ जितना समय लगेगा आपको इटावा व सैफई पहुंचने में उतना ही समय लगेगा आपके आजमगढ़ पहुंचने में। अगर आप बाएं जाते हो तो उतनी ही दूरी पर इटावा मिल जाता है, और दाएं तरफ आप चल देते हो तो तो आपको आजमगढ़ मिल जाता है और यह सड़क जोड़ने का काम अगर किसी ने किया तो समाजवादी लोगों ने करके दिखाया।
अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर तंज कसते हुए कहा कि अभी कुछ दिन पहले आए थे लखनऊ वाले, जो बीजेपी के सदस्य नहीं थे । एक सड़क का उद्घाटन करके गए हैं , जो सड़क का उद्घाटन भी हुआ है वह सड़क देश की सबसे कीमती सड़क बनी है । इतनी कीमत वाली जो सड़क बनी भी है, जैसे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर रफ्तार से चलो तो कूदते हुए आते हो, इसी तरह से उस पर कूदते हुए जाआगे । और उन्हें एक्सप्रेस वे का नहीं पता है वह चार लेन की सड़क है, और हमारे आजमगढ़ की सड़क छह लेन की है और सड़क अभी पूरी नहीं बनी है । इसके आसपास का विकास पूरा नहीं हुआ है। इसके किनारे अभी हमारे किसानों के लिए मंडी, नौजवानों के लिए कारखाने,उद्योग और ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट बनाना है, जिससे कम से कम उन्हें नौकरी और रोजगार मिलना शुरू हो जाए। ये केवल अभी सड़क बनी है उसके आगे पीछे दाएं-बांए बहुत कुछ बनना है ।
अखिलेश यादव ने कहा कि जैसा उनका दिल है, वैसे ही वह चीज बनाते हैं । गांव में जो पानी की टंकी बना दी है, वह भ्रष्टाचार का भार नहीं संभाल पा रही है। जैसे ही उसके अंदर पानी भरता है। वैसे ही टंकियां फट जाती है और पिछले 3 महीने से मैं देख रहा हूं कि अप्रैल में लखीमपुर की फट गई, मई, जून जुलाई में भी एक-एक फट गई। अभी देखना आगे आने वाले महीने में भी एक-एक टंकी अपने आप गिरती चली जाएगी । यह है इनका विकास।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी का नाम लिए बिना कहा कि वह कहते हैं कि हम लोगों के तार डी कंपनी से जुड़े हुए हैं । सच्चाई तो यह है कि ये डी से बहुत घबराते हैं। न केवल दिल्ली से घबराते हैं बल्कि दो डिप्टी सीएम, डीसीएम भी हैं। उनसे भी घबराते हैं। इसलिए उनको डी बहुत याद आता है।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमने सुना कि जब जब बिहार के चुनाव आते हैं ,यह कहीं न कहीं आरक्षण, संविधान, समाजवाद सेकुलरिज्म के खिलाफ बोलने लगते हैं । लेकिन सच्चाई तो यह है कि यह सीधे-सीधे जब आरक्षण के खिलाफ नहीं बोल पाते तो पीछे से मुड़कर कहते हैं कि समाजवाद, सेकुलरिज्म खत्म होना चाहिए। जिस समय भारतीय जनता पार्टी के गठन होने की कार्रवाई हुई थी, उनका जब पहला अधिवेशन हुआ था तो पहले अधिवेशन में इन्होंने जो फैसला लिया था, वह यह था कि उनका समाजवादी रास्ता होगा, सेकुलरिज्म का रास्ता होगा । लेकिन आज वह भूल गए। आज जिस विचारधारा से उनकी पार्टी बनी है, उन्हीं के लोग इंजन और डब्बे को डरा रहे हैं, क्योंकि इनके इंजन और डब्बे उसी विचारधारा की पटरी पर चल रहे हैं जो विचारधारा समय-समय पर इंजन और डिब्बे को हिलाती रहती है । अखिलेश यादव ने कहा कि याद रखना इस बार यह इंजन और डब्बे नहीं टकरा रहे , बल्कि इस बार पटरी के मालिक पटरी हिलाना चाहते हैं, इसीलिए अभी तक वह अपना अध्यक्ष नहीं चुन पाए। आज सामाजिक न्याय की लड़ाई में समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड बनाने जा रही है । इसलिए रिकॉर्ड बनाने जा रही है कि इनके सब इंजनों को टकराने की आदत हो गई है । और जो मुख्यमंत्री हैं, वह आउटगोइंग सीएम हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमने सुना है कि बिहार में एक लाख वालंटियर तैयार किए हैं ,वोट बढ़ाने व घटाने के लिए। और जो नियम और कानून बनाया चुनाव आयोग ने कि उनके सभी जन्मपत्री कागज चेक होंगे। सोचिए आप चुनाव सामने है, 25 दिन में लगभग 8 करोड़ लोगों का कागज चेक होगा। वोटर लिस्ट नई बनेगी। यह तैयारी बेईमानी की कर रहे हैं , लेकिन हम जानते हैं कि बिहार की जनता भी इन भारतीय जनता पार्टी को हटाना चाहती है। और इस चुनाव में उनको बाहर करने का काम करोगी ।
हिन्दुस्थान समाचार / राजीव चौहान