साइबर ठगी के शिकार आठ पीड़ितों को वापस मिले 10 लाख 69 हजार रुपये
यह कार्यवाही पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल के कुशल निर्देशन में की गई।
साइबर ठगी के शिकार आठ पीड़ितों को वापस मिले 10 लाख 69 हजार रुपये


बांदा, 3 जुलाई (हि.स.)। जनपद बांदा की साइबर क्राइम पुलिस और थाना तिंदवारी पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए साइबर ठगी और गलत ट्रांजेक्शन का शिकार हुए आठ पीड़ितों के खाते में कुल ₹10,69,250 रुपये वापस कराए हैं। यह कार्यवाही पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल के कुशल निर्देशन में की गई।

एसपी बांदा द्वारा सभी थानों को निर्देशित किया गया था कि साइबर ठगी या तकनीकी चूक से हुए गलत लेन-देन की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ितों को राहत दिलाई जाए। इसी क्रम में पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए संबंधित मामलों में ठगी गई या गलती से ट्रांसफर हुई पूरी रकम सफलतापूर्वक वापस कराई।

ठगी के व्यक्तियों में सुमित कुमार गुप्ता (कालूकुआं, कोतवाली नगर): शेयर बाजार में मुनाफे का झांसा देकर 8,10,000 की रुपए की ठगी।

दिनेश कुमार (रायबरेली निवासी, फिलहाल बांदा): शेयर बाजार के नाम पर 83,270 की ठगी, शांताप्रसाद (लुकतरा, कोतवाली देहात): बैंक खाता जानकारी लेकर 54,998 रुपए की ठगी,उमाशंकर यादव (ममसी खुर्द, कमासिन): खाते की जानकारी लेकर 15,874 रुपए,

विनोद कुमार (पडुई, कोतवाली नगर): सिम बदलकर 6,800 रुपए , तनय कुमार सिंह (क्योटरा, कोतवाली नगर): यूपीआई से 29,000 रुपए का गलत ट्रांजेक्शन, फिरोज खान (छिपटहरी, कोतवाली नगर): यूपीआई से 50,000 रुपए का गलत ट्रांजेक्शन,रघुनाथ (सेमरी, तिंदवारी): यूपीआई के माध्यम से 19,308 रुपए का गलत ट्रांजेक्शन हुआ है।

सभी पीड़ितों ने साइबर क्राइम पुलिस थाना एवं थाना तिंदवारी पुलिस टीम को तहे दिल से धन्यवाद देते हुए कहा कि पुलिस की इस मुस्तैदी ने उन्हें बड़ी आर्थिक राहत दी है। 8 पीड़ितों को कुल 10,69,250 की धनराशि वापस कराई गई।

बांदा पुलिस ने पुनः आमजन से अपील की है कि किसी भी अनजान लिंक, कॉल या ऐप पर भरोसा न करें और किसी को भी अपने बैंक खाते, ओटीपी या पासवर्ड जैसी गोपनीय जानकारी साझा न करें। किसी भी संदिग्ध लेनदेन की स्थिति में तुरंत स्थानीय थाने पर संपर्क करें।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह