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कानपुर, 03 जुलाई (हि.स.)। कानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अन्तर्गत संचालित आईसीसीसी परियोजना के बेहतर संचालन के दृष्टिगत भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी कानपुर) की ऐरावत रिसर्च फाउन्डेशन एवं कानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। जिसके अंतर्गत जनपद के नजदीकी पांच जिलों का स्वरूप बदलेगा। एक डिजिटल शासन पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना और कानपुर के आईसीसीसी की बुनियादी व तकनीकी सुविधाओं का लाभ उठाकर जनपद की नगर निगम व नगर पालिकाओं द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं की गुणवत्ता को उच्च बनाना है।
आईआईटी कानपुर के प्रो सच्चिदानन्द त्रिपाठी परियोजना निदेशक, ऐरावत रिसर्च फाउन्डेशन) और केवी पांडियन मण्डलायुक्त कानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा हस्ताक्षर किये गये। जिसमें ऐरावत रिसर्च फाउन्डेशन के माध्यम से कानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के साथ साझेदारी में पांच नजदीकी जिलों उन्नाव, फतेहपुर, हमीरपुर, औरेया और कानपुर देहात को एकीकृत कमाण्ड और नियंत्रण केन्द्र (आईसीसीसी) के साथ जोड़ने और एकीकृत करने का प्रस्ताव है। जिसका उद्देश्य एक डिजिटल शासन पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना व कानपुर के आईसीसीसी की बुनियादी तकनीकी सुविधाओं का लाभ उठाकर जनपद की नगर निगम व नगर पालिकाओं द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं की गुणवत्ता को उच्च बनाना है।
ऐरावत रिसर्च फाउन्डेशन आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स (एआई) के माध्यम से जिले को डिजिटल ट्विन करते हुए जिले में प्रयुक्त हो रही पेयजल पाइपलाइन नेटवर्क का प्रबंधन करना, यातायात प्रबन्धन, वेस्ट मैनेजमेंट, स्मार्ट पाॅवर ग्रिड इत्यादि सुविधाओं को बेहतर बनाने का कार्य किया जायेगा। ऐरावत रिसर्च फाउन्डेशन एवं कानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मध्य हुए समझौते पर हस्ताक्षर के समय अमर नाथ सीईओ ऐरावत रिसर्च फाउन्डेशन, निशीथ श्रीवास्तव निदेशक ऐरावत रिसर्च फाउन्डेशन मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप