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सोनीपत, 29 जुलाई (हि.स.)। सोनीपत जिले के किसानों को बिजली निगम की ओर से बड़ी राहत
दी गई है। अब यदि कोई किसान अपने ट्यूबवेल कनेक्शन को 70 मीटर की परिधि के भीतर किसी
नए स्थान पर स्थानांतरित करना चाहता है, तो उसे इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।
यह निर्णय खासतौर पर उन किसानों के लिए लाभदायक होगा, जिन्हें बोरवेल खराब होने, जमीन
में लवणता बढ़ने या सरकारी अधिग्रहण जैसी समस्याओं के कारण कनेक्शन स्थानांतरित करने
की आवश्यकता पड़ती है।
बिजली निगम ने स्पष्ट किया है कि यह सुविधा केवल उन्हीं मामलों
में मान्य होगी, जब नया स्थान भी उसी किसान के नाम पर दर्ज हो। अधीक्षण अभियंता जीआर
तंवर ने बताया कि किसानों को राहत देने और कृषि कार्यों की सुगमता के उद्देश्य से यह
निर्णय लिया गया है। वर्तमान में सोनीपत जिले में 34 हजार 335 बिजली आधारित ट्यूबवेल
कनेक्शन हैं। पहले किसान डीज़ल इंजन से सिंचाई करते थे, लेकिन डीज़ल की बढ़ती कीमतों
और रखरखाव की कठिनाइयों के कारण अब किसान बिजली कनेक्शन को प्राथमिकता दे रहे हैं।
डीज़ल आधारित ट्यूबवेलों की संख्या घटकर अब 27 हजार 640 रह गई है।
खरीफ सीजन के कारण जिले में बिजली की मांग तेज़ी से बढ़ी है।
करीब 90 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान की फसल लगाई जा चुकी है, और वर्षा की कमी के
चलते सिंचाई पूरी तरह बिजली पर निर्भर है। इस समय कृषि और घरेलू क्षेत्र में प्रतिदिन
एक करोड़ 40 हजार यूनिट से अधिक बिजली की खपत हो रही है। निगम ने भरोसा दिलाया है कि
किसानों को निर्बाध और पर्याप्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना