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कानपुर, 29 जुलाई (हि.स.)। जनपद कानपुर के फूलबाग स्थित नागों के देवता बाबा खेरेपति का मंदिर जिसे शेषनाग का मंदिर भी कहा जाता है। मंगलवार को नाग पंचमी के दिन मंदिर प्रांगण में भव्य श्रृंगार किया गया। साथ ही देश भर के तमाम शहरों से सपेरे अपने सांपों को लेकर मंदिर पहुंचे। जहां भक्ताें ने बड़े ही श्रद्धा भाव से सांपों की पूजा अर्चना की।
देश भर में नाग पंचमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। बात की जाए कानपुर की तो फूलबाग स्थित नागों के देवता बाबा खेरेपति के नाम पर ही मंदिर बना है। आज के दिन इस मंदिर में नागों का श्रृंगार किया गया। देश के कोने-कोने से सपेरे जहां अपने अपने नागों को लेकर यहाँ मंदिर में पहुंचे।
मंदिर के पुजारी राजीव दीक्षित ने बताया कि यह काफी प्रसिद्ध और सिद्ध मंदिर है। मंदिर प्रांगण में शेषनाग विराजमान हैं। जहां दशकों से श्रद्धालु इस मंदिर में पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। इस बार भी यह पर्व काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि इस साल हम इस मंदिर का शताब्दी वर्ष मना रहे हैं। नाग पंचमी के अवसर पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस साल भी मंदिर में फूलों से भव्य श्रृंगार किया गया। यहां कानपुर ही नहीं बल्कि आसपास जनपद के भी श्रद्धालु यहां पहुंचकर बाबा के दर्शन प्राप्त कर रहे हैं। यहां लगातार दर्शन करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। यह मंदिर इसलिए भी खास है क्योंकि शेषनाग का मंदिर होने से क्षेत्र में कभी सर्पदंश जैसी कोई घटना नहीं हुई है।
नाग पंचमी के अवसर पर देश के कई हिस्सों से सपेरे सांप लेकर आते हैं। जिनकी बीन की धुन पर सांप अपना आक्रमक रूप भी दिखाते हैं। तो वहीं श्रद्धालु इन सांपो को दूध पिलाकर उनकी पूजा अर्चना करते हुए आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इसके अलावा शाम को एक भव्य मेले का भी आयोजन किया जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप