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नगांव (असम), 29 जुलाई (हि.स.)। हत्या के एक मामले में बीते चार महीनों से जेल में बंद रहने के बावजूद नगांव जिले के रूपहीहाट हायर सेकेंडरी स्कूल के विषय शिक्षक माइनुल हक को नियमित रूप से शिक्षा विभाग की ओर से वेतन मिलने का रूपहीहाट के स्थानीय लोगों ने दव किया है।
माइनुल हक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120(बी) और 302 के तहत नगांव सदर थाने में वर्ष 2012 में मामला (संख्या 374/2012) दर्ज हुआ था। नगांव पुलिस ने उन्हें दोषी मानते हुए आरोप पत्र भी दाखिल कर दिया था। इस आधार पर स्थानीय अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
पिछले चार महीनों से वह नगांव के विशेष कारागार में बंद हैं, लेकिन शिक्षा विभाग ने उन्हें चिकित्सकीय अवकाश पर दिखाकर वेतन जारी रखा है। माइनुल को एक मार्च से लेकर अब तक सरकारी वेतन मिल रहा है, जिससे विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
इस पूरे मामले से नगांव शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। लोगों का कहना है कि यह न केवल प्रशासनिक लापरवाही है, बल्कि सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला भी बनता है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश