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नई दिल्ली, 29 जुलाई (हि.स.)। देश की अग्रणी रेल सूचना एवं टिकट बुकिंग सेवा प्रदाता रेल यात्री की हाल ही में प्रकाशित एक प्रदर्शन रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2025 की पहली छमाही में ट्रेनों की औसत देरी में मामूली वृद्धि दर्ज की गयी है, लेकिन 2023 की तुलना में स्थिति अब भी बेहतर बनी हुई है। इस वर्ष जनवरी से जून के बीच यात्रियों को औसतन 36.63 मिनट की देरी का सामना करना पड़ा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.45 प्रतिशत अधिक है। फिर भी, 2023 की औसत 37.91 मिनट की तुलना में यह सुधार को दर्शाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार यह मामूली गिरावट कुंभ मेले के कारण रेल यातायात में अत्यधिक भीड़ के चलते हुई, जिसने पूर्वी और उत्तर-मध्य भारत के प्रमुख मार्गों पर दबाव बढ़ाया। राजस्थान ने रेल समयपालन में जबरदस्त सुधार दिखाया है। औसत देरी में 23.61 प्रतिशत की कमी, जो 2024 के 38.93 मिनट से घटकर 29.74 मिनट हो गई। औसत देरी भी 15.15 मिनट से घटकर 13 मिनट हो गई। वहीं, छत्तीसगढ़ ने निराश किया है। 2024 में बेहतर प्रदर्शन करने वाला यह राज्य इस बार 24.56 प्रतिशत अधिक औसत देरी के साथ सबसे नीचे रहा। यात्रियों को अब औसतन 74.99 मिनट की देरी का सामना करना पड़ रहा है, जो कि पिछले वर्ष 60.21 मिनट थी।
राजधानी एक्सप्रेस की समयपालन में 17.06 प्रतिशत सुधार, औसत देरी अब केवल 29.06 मिनट। हमसफर एक्सप्रेस में सबसे अधिक गिरावट, 26.51 प्रतिशत की वृद्धि के साथ औसत देरी बढ़कर 73.61 मिनट हो गई है। हावड़ा–खड़गपुर, रांची–धनबाद, भुवनेश्वर–कटक पूर्वी रेल मार्गों पर अधिक देरी देखी गई। इन मार्गों पर यात्रा करने वालों को अतिरिक्त समय लेकर चलने की सलाह दी गई है। रेल मंत्रालय द्वारा आगामी सुधार योजनाओं में इन मार्गों को प्राथमिकता दिए जाने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि रेल यात्री देश का प्रमुख रेल ट्रैवल ऐप है, जो यात्रियों को लाइव ट्रेन स्टेटस, पीएनआर जानकारी, सीट उपलब्धता जैसी सेवाएं प्रदान करता है। यह रिपोर्ट देशभर में लाखों यात्रियों के अनुभवों पर आधारित आंकड़ों से तैयार की गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार