नंदनकानन चिड़ियाघर में एच5एन1 संक्रमण के खतरे को लेकर हाई अलर्ट
नंदनकानन चिड़ियाघर में एच5एन1 संक्रमण के खतरे को लेकर हाई अलर्ट


भुवनेश्वर, 29 जुलाई (हि.स.)। खोरधा ज़िले के मुण्डाम्बा गांव में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) की पुष्टि के बाद नंदनकानन चिड़ियाघर को हाई अलर्ट पर रखा गया है। चिड़ियाघर प्रशासन ने अपने पक्षियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कई एहतियाती कदम उठाए हैं। चिड़ियाघर के ओपन एवियरी (खुला पक्षी परिसर) में दर्शकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है और चिकन, अंडा या पोल्ट्री उत्पाद लाने वाले बाहरी आपूर्तिकर्ताओं के प्रवेश को भी पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

सहायक वन संरक्षक रुद्र प्रसाद राठ ने बताया कि चिड़ियाघर प्रशासन ने विशेष रूप से उन पक्षी बाड़ों की निगरानी बढ़ा दी है, जो आसपास के पोल्ट्री फार्म से दो किलोमीटर के दायरे में स्थित हैं। बर्ड फ्लू के चिड़ियाघर में प्रवेश से रोकने के लिए कई सुरक्षा उपाय अपनाए हैं। सभी पक्षी बाड़ों को नियमित रूप से संक्रमणमुक्त किया जा रहा है और बाहरी पक्षियों की पहुंच और उनकी बीट को रोकने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि एक विशेष पशु चिकित्सकीय निगरानी इकाई को सक्रिय कर दिया गया है, जो किसी भी लक्षण की पहचान कर राज्य की रैपिड रिस्पॉन्स टीमों के साथ समन्वय स्थापित कर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।

सहायक वन संरक्षक रुद्र प्रसाद ने बताया कि अब चिड़ियाघर में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों को डिसइंफेक्शन पूल से होकर गुजरना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही, पक्षियों की देखभाल में लगे कर्मचारियों को सुरक्षा किट, दस्ताने और अन्य आवश्यक उपकरण प्रदान किए गए हैं। चिड़ियाघर के अधिकारी रोजाना पक्षियों के व्यवहार और स्वास्थ्य पर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, जिन्हें निदेशक और उपनिदेशक स्वयं समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि नंदनकानन में सैकड़ों देसी और विदेशी प्रजातियों के पक्षी मौजूद हैं। ऐसे में बर्ड फ्लू के संभावित खतरे को लेकर प्रशासन पूरी गंभीरता और सतर्कता बरत रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता महंतो