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बाक्सा (असम), 29 जुलाई (हि.स.)। असम में बाक्सा के मानाह राष्ट्रीय उद्यान में मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान बच्चों, युवाओं और आमजन को वन्यजीव संरक्षण, विशेषकर बाघों की रक्षा के प्रति जागरुक किया गया। साथ ही बाध संरक्षण व पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया।
दुनिया भर में 2010 से बाघ संरक्षण दिवस मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में मानाह राष्ट्रीय उद्यान प्रशासन की पहल पर आज बाक्सा जिला के दावोधारा में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों, युवाओं और आमजन से बाघों की रक्षा का आह्वान किया गया।
बाघ दिवस के कार्यक्रम में मानाह में बाघ संरक्षण की दिशा में इसे और अधिक प्रभावी कैसे बनाया जा सकता है, इस पर भी चर्चा की गई। कार्यक्रम की कार्यसूची में मानाह के संरक्षण, सफाई, स्नान, नियमों का पालन आदि दिशा में उत्कृष्ट उदाहरण दिखाने वाले विभिन्न वन शिविरों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मानाह में अवैध कब्जे के चलते वन्यजीव संरक्षण की समग्र दिशा में बाधा उत्पन्न होने की बात भी राष्ट्रीय उद्यान प्राधिकरण ने कही है।
उल्लेखनीय है कि मानाह में रॉयल बंगाल बाघों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। पिछले वर्ष बाघों की की गयी गणना के अनुसार मानाह में शावकों सहित कुल 60 तक बाघों की संख्या पाई गई थी। हालांकि, राष्ट्रीय उद्यान में हाल के बाघ सर्वेक्षण के परिणाम आज घोषित नहीं किए गए हैं, फिर भी प्राधिकरण द्वारा इस वर्ष बाघों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद व्यक्त की गई है।
कार्यक्रम में सीएसडी सुमन महापात्र, मानाह उपक्षेत्र संचालक शशिधर रेड्डी, बांहबरी रेंज के रेंजर बारिन बोड़ो, भूइंपार रेंज के रेंजर विवेकानंद पाठक आदि सहित सैकड़ों स्थानीय लोगों ने भाग लिया।------------
हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय