जावेद राणा ने अमृत योजना के तहत 594 करोड़ रुपये की लागत वाली जल आपूर्ति योजना सांबा का किया शिलान्यास
जावेद राणा ने अमृत योजना के तहत 594 करोड़ रुपये की लागत वाली जल आपूर्ति योजना सांबा का किया शिलान्यास


सांबा 29 जुलाई (हि.स.)। सांबा शहर में पेयजल की बेहतर पहुँच के उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार के मिशन में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए जल शक्ति मंत्री जावेद अहमद राणा ने सांबा शहर में जल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी।

सांबा शहर में जल आपूर्ति बढ़ाने की यह परियोजना अमृत 2.0 के तहत शुरू की जा रही है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 594 करोड़ रुपये है जिसका लक्ष्य 530 कार्यात्मक घरेलू नल जल कनेक्शन प्रदान करना है।

यह योजना पूरी होने पर सभी 17 वार्डों में सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित होगा जिससे 30,000 से अधिक नागरिकों को लाभ होगा।

आधारशिला रखते हुए राणा ने एक टिकाऊ और समतामूलक शहरी बुनियादी ढाँचे की दिशा में काम करने की उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

उन्होंने कहा कि जलापूर्ति योजना से स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार होने और विश्वसनीय एवं सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित होने की उम्मीद है। यह परियोजना केवल जल आपूर्ति में सुधार के बारे में नहीं है बल्कि सांबा के प्रत्येक निवासी के लिए एक स्वस्थ और अधिक सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करने के बारे में है। राणा ने अमृत 2.0 के तहत सतत शहरी विकास के सरकार के व्यापक लक्ष्य पर प्रकाश डाला।

बाद में जल शक्ति मंत्री ने ग्रामीण सांबा में छह जलापूर्ति योजनाओं का भी उद्घाटन किया।

जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत पाँच परियोजनाएँ और केंद्र शासित प्रदेश के पूंजीगत व्यय बजट के तहत एक परियोजना, सांबा के कई गाँवों की वर्तमान और भविष्य की पेयजल आवश्यकताओं को पूरा करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचागत पहल हैं।

जल आपूर्ति योजनाओं में देवका, दबोह, गंगेरी जमोदा, संधि-प्प्, संगवाल-प्प् और डबरी शामिल हैं। 1775 लाख रुपये की स्वीकृत लागत वाली ये योजनाएँ इन गाँवों में जल सुरक्षा और जल संकट से निपटने की क्षमता को मज़बूत करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।

उद्घाटन समारोह में बोलते हुए मंत्री जावेद अहमद राणा ने प्रत्येक ग्रामीण परिवार को सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिए उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

उन्होंने कहा कि इस तरह की परियोजनाएँ समुदायों के लिए विशेष रूप से जल संकटग्रस्त और कम जल आपूर्ति वाले क्षेत्रों के लिए आवश्यक जीवन रेखाएँ हैं।

मंत्री ने इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन में समन्वित प्रयासों के लिए जल शक्ति विभाग के अधिकारियों और कार्यान्वयन एजेंसियों की सराहना की।

उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि ये योजनाएँ मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के जलवायु-अनुकूल ग्रामीण बुनियादी ढाँचा बनाने और जमीनी स्तर पर समावेशी विकास सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं।

योजनाओं का क्रियान्वयन कई कार्यान्वयन एजेंसियों द्वारा किया गया है जिससे समय पर और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए बहु-एजेंसी और चरणबद्ध दृष्टिकोण सुनिश्चित हुआ है।

योजनाओं के प्रमुख घटकों में विभिन्न क्षमताओं के सम्प टैंक, ग्राउंड सर्विस जलाशय, राइजिंग मेन्स और वितरण पाइपलाइनों का व्यापक नेटवर्क, रैपिड सैंड फिल्ट्रेशन प्लांट, उन्नत पंपिंग मशीनरी की स्थापना और निर्बाध जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक विद्युत सब-स्टेशन का निर्माण शामिल है।

इस परियोजना का एक महत्वपूर्ण पहलू घरेलू स्तर पर जल पहुँच का विस्तार है। इस योजना के तहत क्षेत्र में जल आपूर्ति को सुदृढ़ करने के लिए 673 कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं।

इस परियोजना का उद्घाटन समग्र ग्रामीण विकास के सरकार के दीर्घकालिक दृष्टिकोण की पुष्टि करता है और जल जीवन मिशन के मुख्य उद्देश्यों यानी सुरक्षित और विश्वसनीय पेयजल के माध्यम से पहुँच, समानता, स्थिरता और सामुदायिक सशक्तिकरण को प्राप्त करने के लिए इसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह