गौरव गोगोई का संसद में भाषण पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति दर्शाता है : असम भाजपा
कमल निशान।


गुवाहाटी, 29 जुलाई (हि.स.)। संसद में असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई द्वारा दिए गए भाषण को लेकर भाजपा असम प्रदेश ने कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा प्रवक्ता कल्याण गोगोई ने एक बयान जारी कर कहा कि जब दुनिया के 193 में से 189 देशों ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत के सफल ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन किया, तब कांग्रेस नेता गोगोई ने भारतीय सेना की वीरता की सराहना करने के बजाय उसकी क्षमता पर सवाल उठाए।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गौरव गोगोई का यह भाषण भारत सरकार और देश के वीर सैनिकों का विरोध करता प्रतीत हुआ, जो पाकिस्तान की भाषा बोलने जैसा है। यह न सिर्फ देश के प्रति उनकी नकारात्मक सोच को दर्शाता है बल्कि उनके भीतर छिपी राष्ट्रविरोधी मानसिकता को भी उजागर करता है।

बयान में यह भी कहा गया कि गोगोई ने असम में चल रहे अवैध अतिक्रमण हटाने के अभियान का विरोध कर यह स्पष्ट कर दिया है कि वे असम के मूल निवासियों के विरोध में और बांग्लादेशी घुसपैठियों के पक्ष में हैं। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सत्ता से बाहर होने के बाद वह हताशा और निराशा में देश के शत्रु पाकिस्तान के सुर में सुर मिला रही है।

कल्याण गोगोई ने कहा कि गौरव गोगोई ने संसद में ऑपरेशन सिंदूर को असफल बताया, जो असम और देश की अस्मिता का अपमान है। भाजपा असम प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दिलीप सैकिया के हवाले से उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की अपराजेय और अद्वितीय वीरता का प्रमाण है। यह भारत की शक्ति का प्रतीक है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत किसी भी चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सांसद दिलीप सैकिया ने संसद में भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की अमर पंक्तियों का उल्लेख कर असम और असमिया लोगों के गौरव को नई ऊंचाई दी। इसके लिए उन्होंने सैकिया का आभार भी प्रकट किया।

बयान में कल्याण गोगोई ने गोलाघाट जिले के उरियामघाट में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य सरकार की यह पहल असम की जनसांख्यिकी को बिगाड़ने के प्रयासों के खिलाफ है और यह मूल निवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों ने असम के मूल निवासियों को भूमि और राजनीतिक अधिकारों से वंचित करने की कगार पर ला दिया है।

मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में चलाया जा रहा यह अभियान साहसिक कदम है और अब तक 1,20,000 बीघा जमीन को अतिक्रमण से मुक्त किया जा चुका है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक राज्य की हर एक इंच जमीन को अवैध कब्जाधारियों से मुक्त नहीं करा लिया जाता, तब तक यह अभियान जारी रहेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश