गुरुग्राम में रह रही फ्रांस की महिला ने फिर से शेयर की गंदगी की तस्वीरें
गुरुग्राम में रह रही फ्रांस की महिला द्वारा सांझा की गई सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास की गंदगी की तस्वीरें।


-बोली, गंदगी देखकर उसे उल्टी आ गई

-ग्रीन बेल्ट पर हैं कब्जे, पौधे है ही नहीं

-सफाई कर्मचारी एक जगह से दूसरी जगह खिसकाते हैं गंदगी

गुरुग्राम, 29 जुलाई (हि.स.)। मिलेनियम सिटी गुरुग्राम को सुअरों के रहने लायक शहर बताते हुए यहां की गंदगी को लेकर कटाक्ष करने वाली फ्रांस की महिला मैथिलडे आर ने फिर से गंदगी को लेकर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा है कि गंदगी देखकर उसे उल्टी आ गई। यहां ग्रीन बेल्ट पर कब्जा है। एक भी पौधा नहीं है। सफाई कर्मचारी गंदगी को एक जगह से दूसरी जगह खिसकाते हैं।

बता दें कि फ्रांस की रहने वाली महिला मैथिलडे आर ने एक भारतीय से शादी कर रखी है और वह परिवार के साथ गुरुग्राम में रह रही है। गुरुग्राम की गंदगी को लेकर कुछ दिन पूर्व उन्होंन कटाक्ष किया था। इस बार सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में मैथिलडे आर ने लिखा है कि नगर निगम गुरुग्राम ने अपने सघन सफाई अभियान के लिए यहां के नागरिकों से सुझाव मांगे हैं। उन्होंने अपने सुझाव में गुरुग्राम के सबसे गंदे इलाकों में से एक सिकंदरपुर मेट्रो मार्केट का दौरा किया। महिला ने कहा कि चमचमाती साइबर सिटी से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर व गुरुग्राम के प्रवेश द्वार पर सिकंदरपुर शहर का सबसे बड़ा एवं व्यस्त रहने वाला मेट्रो स्टेशन है। यहां सिर्फ 20 मिनट में उन्होंने ऐसे दृश्य देखे, जो कि परेशान करने वाले थे। फ्रांसीसी महिला मैथिलडे आर ने कहा कि सडक़ें सीवेज से भरी हुई थी, यह देखकर उन्हें उल्टी आ गई। कचरा और रुके हुए पानी से भरे खुले कूड़ेदान ऐसे लग रहे थे, जैसे वर्षों से वहां पड़े हों। टाइफाइड के लिए स्वर्ग है। अवैध अतिक्रमण से फुटपाथ गायब हो गए हैं।

महिला ने यह भी लिखा कि ग्रीन बेल्ट पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया गया है। एक भी पौधा नहीं बचा है। यहां के दुकान मालिकों ने उन्हें जानकारी दी कि उनके क्षेत्र में कई साल से सफाई ही नहीं हुई है। सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन से रोजाना हजारों लोग गुजरते हैं, जिन्हें ट्रेन पकडऩे के लिए खुले सीवर और रिक्शा के बीच से गुजरना पड़ता है। उन्होंने सफाई कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि उन्होंने साड़ी पहने दो महिलाओं को एक व्यक्ति की देखरेख में झाड़ू लगाते देखा। उनके पास कोई कूड़े के थैले नहीं था। सुरक्षा को लेकर भी उनके पास कुछ नहीं था। वे गंदगी को एक जगह से दूसरी जगह पर ही कर रही थी। फ्रांसीसी महिला मैथिलडे आर ने कहा कि झूठ नहीं बोलूंगी, कभी-कभी यह समझना बेहद मुश्किल हो जाता है कि इस तरह की बकवास कैसे होती है। यह अवास्तविक सा लगता है। उन्होंने कहा कि अब झाड़ृू से काम नहीं चलेगा। शहर को सडक़ों पर जमी सड़ती गंदगी को धोने के लिए उच्च दबाव वाली वाटर जेट मशीनों की जरूरत है।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर