डीकेथलॉन ने ‘मेड इन इंडिया’ पहल को दी मजबूती, अगले पांच साल में तीन अरब डॉलर सोर्सिंग का लक्ष्य
डीकैथलॉन का कार्यक्रम का जारी फोटो


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-कंपनी ने 2030 तक 3 लाख से ज्यादा रोजगार सृजित करने का रखा है लक्ष्य

नई दिल्‍ली 29 जुलाई (हि.स)। वैश्विक बहु-विशिष्ट खेल विक्रेता ब्रांड डीकेथलॉन ने मंगलवार को कहा कि वह 2030 तक अपने वैश्विक परिचालन के लिए भारत से माल की आपूर्ति को बढ़ाकर 3 अरब यूएस डॉलर करने का रणनीतिक लक्ष्य रखा है। कंपनी ने भारत में उत्पादन के 25 साल पूरे होने के अवसर पर ये ऐलान किया।

डीकेथलॉन इंडिया के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर शंकर चटर्जी ने यहां के होटल ले मेरिडियन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पिछले 25 वर्षों में भारत में उत्पादन ही कंपनी की सफलता की रीढ़ रहा है। डीकेथलॉन पिछले 25 वर्षों से भारत से सामान खरीद रहा है। उन्होंने कहा क‍ि अपने मेक इन इंडिया विजन और घरेलू तथा वैश्विक दोनों बाजारों में अपनी सेवाएं देने के लिए स्थानीय उत्पादन क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। इसका लक्ष्‍य लोगों को खेल के चमत्कारों से परिचित कराना, उन्हें एक स्थायी और खुशहाल जीवन जीने में मदद करना है।

उन्‍होंने कहा कि डीकेथलॉन 2030 तक अपने वैश्विक परिचालन के लिए भारत से माल की आपूर्ति बढ़ाकर 3 अरब अमेरिकी डॉलर कर देगा। ये लक्ष्य घरेलू एवं वैश्विक बाजारों में आपूर्ति के लिए ‘मेक इन इंडिया’ विजन के प्रति कंपनी की गहरी प्रतिबद्धता और लोकल प्रोडक्शन (स्थानीय स्तर पर उत्पादन) पर कंपनी के फोकस को दर्शाता है। चटर्जी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर डीकेथलॉन की सोर्सिंग में भारत की हिस्सेदारी अभी 8 फीसदी है, जिसे कंपनी ने 2030 तक 15 फीसदी करने का लक्ष्य रखा है। भारतीय उपभोक्ताओं एवं वैश्विक बाजारों की बदलती मांगों को पूरा करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई फुटवियर, फिटनेस इक्विपमेंट और टेक्निकल टेक्सटाइल्स जैसी ज्यादा संभावनाओं वाली श्रेणियों पर फोकस करते हुए विकास के इस लक्ष्य को प्राप्त करना संभव होगा।

भारत में उत्पादन के 25 साल पूरे होने के मौके पर चटर्जी ने कहा कि पिछले 25 वर्षों में भारत में उत्पादन ही डीकेथलॉन की सफलता की रीढ़ रहा है। उन्‍होंने बताया कि हमारे लोकल प्रोडक्शन इकोसिस्टम की उच्च गुणवत्ता, विश्वसनीयता और दृढ़ता ने रिटेल सेक्टर में हमें विस्तार करने में सक्षम बनाया और हम सिटी सेंटर से लेकर मॉल एवं अन्य जगहों तक पहुंच सके। उन्‍होंने कहा कि हमारे पास भारत में तैयार उत्पादों का व्यापक पार्टफोलियो है, जिनसे भारत में स्पोर्ट्स यूजर्स की बदलती जरूरतों को पूरा करना संभव हुआ है।

चटर्जी ने कहा कि हम ऑफलाइन एवं कई प्लेटफॉर्म्स पर अपनी मौजूदगी बढ़ा रहे हैं और ऐसे में उत्पादन के मामले में उत्कृष्टता (प्रोडक्शन एक्सीलेंस) हमारी रणनीति के केंद्र में है। इससे पर्यावरण के अनुकूल कारोबार को ताकत मिल रही है और हर भारतीय के लिए खेलों तक पहुंच सुगम हो रही है। घरेलू स्तर पर डीकैथलॉन की मैन्यूफैक्चरिंग मजबूत स्थिति में है। 2025 में भारत में 70 फीसदी से ज्यादा मेड इन इंडिया उत्पादों की बिक्री हुई। अब 2030 तक इसके 90 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है। इससे लोकल सोर्सिंग स्ट्रेटजी पर ब्रांड के फोकस को मजबूती मिलेगी।

उन्‍होंने कहा क‍ि ये विकास डीकेथलॉन के मजबूत लोकल प्रोडक्शन इकोसिस्टम के दम पर संभव हुआ है। इसमें भारत में इनोवेशन एवं किफायती उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत डिजाइन सेंटर, 113 मैन्यूफैक्चरिंग साइट्स, 83 सप्लायर्स एवं 7 प्रोडक्शन ऑफिस शामिल हैं। कंपनी सांस्कृतिक रूप से समाज से गहराई तक जुड़े स्पोर्ट्स जैसे योग एवं क्रिकेट पर भी फोकस बढ़ा रही है। विकास की इस यात्रा के तहत कंपनी अपने प्रोडक्शन इकोसिस्टम में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 3 लाख से ज्यादा रोजगार के नए अवसर सृजित करने पर भी काम कर रही है। इससे स्थानीय स्तर पर डीकेथलॉन का प्रभाव बढ़ेगा और भविष्य के अनुकूल सप्लाई चेन एवं कच्चे माल से जुड़ी प्रारंभिक आपूर्ति शृंखला सुदृढ़ होगी।

कंपनी के प्रोडक्शन हेड फ्रेडरिक मर्लेवेड ने कहा कि डीकेथलॉन के ग्लोबल प्रोडक्शन इकोसिस्टम में भारत महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरा है। ये केवल आकार के मामले तक सीमित नहीं है, बल्कि क्वालिटी, इनोवेशन एवं स्पीड डिलीवर करने की इसकी क्षमता के मामले में भी स्पष्ट है। भारत में हमारा दीर्घकालिक निवेश हमारे साझेदारों के साथ बने गहरे भरोसे और फुटवियर, फिटनेस उपकरण जैसी प्रमुख श्रेणियों में दिख रही अपार संभावनाओं को दर्शाता है। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, हमारा लक्ष्य स्पष्ट है, भारत को डीकेथलॉन के अग्रणी वैश्विक निर्माण केंद्रों में से एक बनाना, जो बड़े पैमाने पर मूल्य, स्थायित्व और प्रभाव पैदा कर सके।

डीकेथलॉन इंडिया प्रोडक्शन हेड दीपक डीसूजा ने कहा कि भारत में उत्पादन के 25 साल पूरे करना हमारे लिए गर्व का क्षण है। हमारे मॉडल के केंद्र में मजबूत और विविधतापूर्ण उत्पादन इकोसिस्टम है, जिसने हमें क्वालिटी, स्पीड और स्केल के साथ डिलीवरी में सक्षम बनाया है। यह पूरी यात्रा हमारे साझेदारों के साथ करीबी सहयोग और ग्राउंड पर मौजूद हमारी टीम, कनीशियनों से लेकर फैक्ट्री कर्मचारियों तक की मेहनत से संभव हो सकी है, जो हर दिन उत्कृष्टता की मिसाल पेश करते हैं। आगे हमारा फोकस इनोवेशन को गति देने, स्मार्ट प्रोडक्शन को बढ़ावा देने और पर्यावरण के अनुकूल समाधान को उन्नत बनाने पर रहेगा। हम भारत में सिर्फ प्रोडक्ट्स नहीं बना रहे हैं, बल्कि हम यहां खेलों के भविष्य को बेहतर बना रहे हैं और भारत एवं वैश्विक बाजारों के लिए मेड इन इंडिया को भी बढ़ावा दे रहे हैं।

उल्‍लेखनीय है कि अभी भारत के 55 शहरों में डीकेथलॉन के 132 स्टोर हैं। कंपनी की योजना आगे कैटेगरी आधारित विकास एवं रिटेल को ध्यान में रखकर प्रोडक्शन पर मजबूत फोकस के साथ कंपनी की रणनीति क्षमता एवं योग्यता दोनों बढ़ाने पर रहेगी। इसके तहत डीकेथलॉन का लक्ष्य 2030 तक अपने रिटेल फुटप्रिंट को 90 से ज्यादा शहरों तक विस्तार देने का है। डीकेथलॉन एक वैश्विक बहु-विशेषज्ञ खेल ब्रांड कंपनी है, जो शुरुआती और शीर्ष एथलीटों की जरूरतों को पूरा करती है। ये कंपनी सभी कौशलों के लिए खेल के सामान का निर्माण करती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर