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जम्मू 29 जुलाई (हि.स.)। जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने परिवर्तनकारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के पाँच प्रभावशाली वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में स्कूल शिक्षा निदेशालय जम्मू द्वारा एससीईआरटी जम्मू-कश्मीर और समग्र शिक्षा के सहयोग से पॉलिटेक्निक जम्मू में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया।
संभागीय आयुक्त ने शिक्षकों और एससीईआरटी द्वारा विकसित नवीन शिक्षण-अधिगम सामग्री की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जिसमें एनईपी 2020 के तहत प्रचारित रचनात्मकता और शिक्षार्थी-केंद्रित दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया गया।
अपने संबोधन में संभागीय आयुक्त ने एनईपी 2020 की परिवर्तनकारी भावना और शिक्षा प्रणाली पर इसके दूरगामी प्रभाव पर बात की। उन्होंने एनईपी 2020 द्वारा पिछली शिक्षा नीतियों की तुलना में लाए गए सुधारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने जम्मू और कश्मीर के संदर्भ में इस नीति की प्रासंगिकता पर ज़ोर दिया और स्कूलों के समग्र विकास पर इसके ध्यान केंद्रित करने, बच्चों के लिए शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा के एकीकरण, मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा देने, और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के समावेशन की ओर ध्यान आकर्षित किया।
संभागीय आयुक्त ने शिक्षक समुदाय से परिवर्तन के वाहक बनने और एनईपी 2020 को उसकी वास्तविक भावना के अनुरूप लागू करके छात्रों के भविष्य को आकार देने का आग्रह किया।
स्कूल शिक्षा निदेशक जम्मू नसीम जावेद चौधरी ने केंद्र शासित प्रदेश में एनईपी 2020 के कार्यान्वयन का अवलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने शिक्षकों के प्रशिक्षण, मूल्यांकन में सुधार, बहुभाषावाद को बढ़ावा देने और संसाधन साझाकरण एवं शैक्षणिक संवर्धन के लिए स्कूल परिसरों की स्थापना में विभाग के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को शैक्षिक सहायता किट का वितरण था, जिन्हें विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था जो विभाग द्वारा समानता और समावेशन पर निरंतर जोर देने को दर्शाता है।
इस अवसर पर एससीईआरटी की संयुक्त निदेशक सिंधु कपूर, जेकेबोस के अकादमिक निदेशक डॉ. सुधीर सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी जम्मू अजीत शर्मा, राजकीय शिक्षा महाविद्यालय, डाइट जम्मू, समग्र शिक्षा, जेकेयूटी के प्रतिनिधि, छात्र, जेडईओ, एचओआई, शिक्षक प्रशिक्षक और स्कूल शिक्षा विभाग के विभिन्न विंग के अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता