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नई दिल्ली 29 जुलाई (हि.स)। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता एथर एनर्जी के साथ एक प्रारंभिक करार किया है। इसका उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और विनिर्माण क्षेत्र में स्टार्टअप्स के लिए नए अवसर उपलब्ध करना है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव सिंह और एथर एनर्जी के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) तरुण मेहता की उपस्थिति में इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह समझौता ज्ञापन डीप-टेक स्टार्टअप्स के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन और ईवी मूल्य श्रृंखला में स्टार्टअप्स के लिए बुनियादी ढांचा समर्थन प्रदान करेगा। इस समझौते से ईवी और विनिर्माण क्षेत्र में स्टार्टअप्स के लिए नए अवसर उपलब्ध होने की उम्मीद है। भारत के जलवायु और औद्योगिक लक्ष्यों के अनुरूप भविष्य के लिए आत्मनिर्भर स्टार्टअप के अनुकूल वातावरण बनेगा।
डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव सिंह ने कहा कि एथर एनर्जी के साथ इस साझेदारी के जरिए हमारा लक्ष्य एक ऐसे अनुकूल वातावरण के विकास को गति प्रदान करना है, जहां स्टार्टअप ईवी निर्माण, बैटरी नवाचार और स्वच्छ ऊर्जा समाधानों में सार्थक योगदान दे सकें।
इस अवसर पर एथर एनर्जी के सह-संस्थापक और सीईओ तरुण मेहता ने कहा कि हमें हार्डवेयर और डीप-टेक स्टार्टअप्स की सहायता के लिए उपयुक्त प्रणालियों को मजबूत करने के उद्देश्य से डीपीआईआईटी के साथ सहयोग करके प्रसन्नता हो रही है।
स्टार्टअप पॉलिसी फोरम की अध्यक्ष और सीईओ श्वेता राजपाल कोहली ने कहा कि डीपीआईआईटी और एथर एनर्जी के बीच ये साझेदारी स्टार्टअप पॉलिसी फोरम की बिल्ड इन भारत पहल को जीवंत बना रही है। इस सहयोग के जरिए भारत के विनिर्माण क्षेत्र की क्षमता को उजागर करना वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी नवाचार के अनुकूल परिवेश के निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर