मुख्य सचिव ने ’संपूर्णता सम्मान’ पुरस्कारों की तैयारियों की समीक्षा की
मुख्य सचिव ने ’संपूर्णता सम्मान’ पुरस्कारों की तैयारियों की समीक्षा की


श्रीनगर 26 जुलाई (हि.स.)। मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने आगामी केंद्र शासित प्रदेश स्तरीय ’संपूर्णता अभियान सम्मान समारोह’ की तैयारियों की समीक्षा हेतु योजना विभाग की एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

यह कार्यक्रम उन जिलों और प्रखंडों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया जा रहा है जिन्होंने राष्ट्रव्यापी संपूर्णता अभियान के तहत संतृप्ति प्राप्त करने में असाधारण प्रदर्शन किया है।

बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कार्यक्रम के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किए जा रहे जिला स्तरीय सम्मान समारोहों की तैयारियों का भी जायजा लिया। उन्होंने उपायुक्तों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की, उनकी प्रगति की समीक्षा की और उन्हें इन आयोजनों की उचित व्यवस्था और गरिमापूर्ण संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

अटल डुल्लू ने आकांक्षी जिलों और आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रमों के तहत जिलों और ब्लॉकों के समग्र प्रदर्शन की भी समीक्षा की। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग, प्रमुख संकेतक संतृप्ति की स्थिति का आकलन किया और प्रशासनिक तंत्र के उल्लेखनीय प्रयासों की सराहना की। उन्होंने दीर्घकालिक विकास सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रगति और केंद्रित हस्तक्षेप की आवश्यकता पर बल दिया।

तीन महीने के संपूर्णता अभियान (4 जुलाई-30 सितंबर, 2024) के प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए मुख्य सचिव ने अधिकारियों और क्षेत्रीय टीमों के प्रयासों की सराहना की। नीति आयोग द्वारा शुरू किया गया यह अभियान स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, बुनियादी ढाँचे और आजीविका जैसे छह महत्वपूर्ण संकेतकों में 100 प्रतिषत संतृप्ति प्राप्त करने पर केंद्रित था।

विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ. आशीष चंद्र वर्मा ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के दोनों आकांक्षी ज़िलों, बारामूला और कुपवाड़ा ने सभी छह प्रमुख संकेतकों में संतृप्ति हासिल कर ली है। प्रदर्शन के आधार पर बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा, कुलगाम और रियासी सहित सभी छह संकेतकों में संतृप्ति हासिल करने वाले आकांक्षी ज़िलों के डीडीसी को स्वर्ण पदक के रूप में मान्यता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा पाँच संकेतकों में संतृप्ति हासिल करने वाले पुलवामा, रामबन और किश्तवाड़ ज़िलों के डीडीसी को रजत पदक और तीन संकेतकों में संतृप्ति हासिल करने वाले राजौरी ज़िले के डीडीसी को ताम्र पदक देने का प्रस्ताव किया गया है।

आकांक्षी ब्लॉकों में तुलैल, सिंहपोरा, मंज़गाम, केरन और ठाकराकोट ने पूर्ण संतृप्ति हासिल कर ली है। तीन अन्य मारवा, खाड़ी और इचेगोज़ा ने पाँच संकेतकों में संतृप्ति हासिल कर ली है जबकि ख्वास ने तीन में संतृप्ति हासिल कर ली है।

प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार भी दर्ज किया गया। इचेगोज़ा (पुलवामा) ने अपने समग्र स्कोर में $9.13 अंकों का सुधार किया और मार्च 2025 में रैंक 2 पर पहुँच गया। तुलैल (बांदीपोरा) ने $6.66 अंकों की वृद्धि के साथ 68.90 अंकों के साथ रैंक 8 हासिल की।

इस अभियान ने 44 चिन्हित पिछड़े ब्लॉकों के लगभग 12.64 लाख लोगों (लगभग 10.3 प्रतिषत जनसंख्या) पर सकारात्मक प्रभाव डाला जिससे कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, जल आपूर्ति, सिंचाई और बिजली के बुनियादी ढाँचे जैसे क्षेत्रों में प्रगति हुई।

इन उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए, संपूर्णता अभियान सम्मान समारोह में जिला विकास आयुक्तों, ब्लॉक-स्तरीय अधिकारियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया जाएगा।

इस आयोजन के सफल आयोजन के लिए नीति आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश स्तर पर आयोजित होने वाले समारोह के लिए 10 लाख रुपये और जिला स्तरीय सम्मान समारोह के आयोजन हेतु प्रत्येक जिले को 5 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है।

इस आयोजन का एक प्रमुख आकर्षण “आकांक्षा हाट“ का शुभारंभ होगा जो स्थानीय नवाचार और उद्यमिता को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से एक सप्ताह तक चलने वाली पहल है।

हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता