अयोध्या विश्व की सांस्कृतिक राजधानी : डॉ. अनिल मिश्र
अयोध्या विश्व की सांस्कृतिक राजधानी : डॉ अनिल मिश्र


अयोध्या, 29 जुलाई (हि.स.)। डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग के सभागार में एक कार्यशाला 'अयोध्या का समावेशी एवं समतामूलक विकास' का आयोजन मंगलवार को किया गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से डॉ. अनिल कुमार मिश्र, विशिष्ट अतिथि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के प्रबंधक गोपाल जी एवं पूर्व अध्यक्ष भारतीय महिला आयोग दिल्ली ललिता कुमार मंगलम रही।

डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि एक समय अयोध्या में लगभग 5 लाख तीर्थ यात्रियों ने रामलला का दर्शन किया। जिससे यह पता चलता है, कि अयोध्या में रोजगार की बड़ी संभावनाएं हैं। एमबीए विभाग अच्छे युवा उद्यमी तैयार कर रहा है जो अयोध्या की गरिमा निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हैं। अयोध्या विश्व की सांस्कृतिक राजधानी है। यहां के कण-कण में राम बसे हैं। विशिष्ट अतिथि गोपाल ने कहा कि हमें प्रतिदिन नए-नए उद्योगों के बारे में मंत्रणा करनी चाहिए उनमें से जो प्रासंगिक हो, उसे प्रारंभ कर बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार प्रदान कर सकते हैं। पूर्व अध्यक्ष भारतीय महिला आयोग ललिता कुमार मंगलम ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से नए व्यवसाय शुरू करने में होने वाली चुनौतियाें एवं संभावनाओं के वर्तमान परिदृश्य के साथ जुड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने एंटरप्रेन्योरशिप के तहत व्यवसाय योजना बनाना, वित्तीय प्रबंधन, और मार्केटिंग के टिप्स दिए।

कार्यशाला के अन्य प्रशिक्षकों ने स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) महिलाओं को व्यवसाय योजना बनाने की तकनीक सिखाई, जिससे वे अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक चला सकें। विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. हिमांशु शेखर ने महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रशिक्षित करने के लिए विशेष योजनाओं पर कार्य करने को कहा जिससे वे अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक चला सके। कार्यशाला का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शैलेंद्र कुमार वर्मा ने किया। इस कार्यशाला में आशीष मिश्रा, डॉ. अंशुमान पाठक, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. रवींद्र भारद्वाज, डॉ. प्रवीण राय के साथ साथ शिक्षक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय