अयाेध्याधाम में उमड़े श्रद्धालुओं ने स्नान-दान कर किया दर्शन, पूजन
श्री राम जन्मभूमि मंदिर


श्री राम मंदिर श्रद्धालु


अयोध्या, 29 जुलाई (हि.स.)। रामनगरी में मंगलवार को नाग पंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु अयोध्याधाम पहुंचे। जहां पतित पावनी सरयू सलिला में स्नान कर दान-पुण्य किया। साथ ही अपना जीवन धन्य बनाया। सरयू नदी में स्नान कर श्रद्धालुओं ने नागेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक किया।

नाग पंचमी के दिन भगवान शिव के गले की शोभा कहे जाने वाले नाग देवता की पूजा का विशेष महत्व है। श्रद्धालुओं ने नाग देवता को दूध, लावा चढ़ाकर पूजा की व अपने घरों में सुख-समृद्धि की कामना किया। अयोध्या के नागेश्वरनाथ और शेषावतार मंदिर में जलाभिषेक, दर्शन-पूजन करने के लिए भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए थे। नाग पंचमी की पूजा भगवान शिव और नाग देवता की पूजा के साथ जुड़ी हुई है। इस दिन भगवान शिव के प्रिय नाग देवता की पूजा करने से विशेष फल मिलता है। अयोध्या में नाग पंचमी के अवसर पर विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई और भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया।

नाग पंचमी हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। जो सावन माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और नाग देवता की पूजा की जाती है। जो सांपों के देवता हैं। अयोध्या धाम में नाग पंचमी पर्व प्रतिवर्ष हर्षाेल्लास पूर्वक मनाया जाता है। लाखाें श्रद्धालु अयोध्या पहुंचकर सरयू नदी स्नान, दान-पुण्य करते हैं। नाग पंचमी पर्व का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। इस दिन, नाग देवता की पूजा करने से मनुष्य के जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही, नाग पंचमी के दिन व्रत रखने और दान करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। नाग पंचमी की पूजा में नाग देवता को दूध, फल और फूल चढ़ाए जाते हैं। साथ ही, भगवान शिव की भी पूजा की जाती है, जो नागों के स्वामी हैं। इस दिन, लोग नाग देवता की मूर्ति या चित्र बनाकर उनकी पूजा करते हैं।

अयोध्या धाम में नाग पंचमी के अवसर पर विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई और भक्तों को प्रसाद वितरित हुआ। नागपंचमी पर लाखाें श्रद्धालु, भक्तों ने श्रीरामजन्मभूमि, कनक भवन, हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किया। वहीं दशरथ महल, मणिरामदास छावनी, सियारामकिला, लक्ष्मणकिला, बड़ी छावनी, मणिपर्वत समेत रामनगरी के अन्य प्रमुख मठ-मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। जहां उन्होंने दर्शन-पूजन किया। नागपंचमी पर्व सकुशल संपन्न हाे जाने पर स्थानीय प्रशासन ने राहत की सांस ली।

नागपंचमी काे देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम रहे। मेला क्षेत्र में डॉग स्क्वायड, खुफिया तंत्र की टीमें सक्रिय रही। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात रहे। छाेटी-बड़ी गाड़ियों काे शहर के बाहर अस्थायी पार्किंग बनाकर राेक दिया गया था। अयाेध्या धाम की तरफ आने वाले वाहनाें काे डायवर्ट किया गया। सरयू स्नान घाटाें पर माेटर बाेट, जल पुलिस, पीएससी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, गाेताखाेराें काे तैनात किया गया था। जाे किसी भी अनहाेनी घटना से निपटने के लिए त्वरित तैयार रहे। जिले के आलाधिकारी समय-समय पर नागपंचमी मेले ग्राउंड जीराे पर निरीक्षण करते देखे गए। वह अपने मातहत अधिकारियों काे दिशा-निर्देशित भी कर रहे थे। मेला कंट्रोल रूम सीसीटीवी कैमराें द्वारा संपूर्ण मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही थी। अधिकारीगण कंट्रोल रूम से हर एक स्थिति का जायजा लेते रहे। मेला में नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह सक्रिय रहा।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय