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अलवर , 29 जुलाई (हि.स.)। सावन के महीने में अलवर जिले में प्रकृति ने अपना अद्भुत रूप दिखाना शुरू कर दिया है। चारों ओर हरियाली की चादर बिछ गई है मानों अरावली की प्राचीन पर्वतमालाएं हरे रंग की साड़ी ओढ़े जैसे मुस्कुरा रही हैं। बारिश की रिमझिम फुहारों ने न केवल धरती को तर कर दिया है, बल्कि मौसम को भी बेहद सुहावना बना दिया है।
अलवर शहर से लेकर सरिस्का और नीलकंठ जैसे पहाड़ी क्षेत्रों तक, हर तरफ हरियाली और ठंडी हवा ने लोगों को गर्मी की तपन से राहत दी है। अरावली की वादियों में सुबह की ओस, पहाड़ियों से गिरते झरने और बादलों की ओट में खेलती सूरज की किरणें मानो किसी प्राकृतिक चित्रकारी का हिस्सा लगती हैं।
इस मौसम में सरिस्का टाइगर रिजर्व, पांडूपोल, नल्देश्वर और नीलकंठ, सागर, किशन कुंड, नटनी का बारा जैसे पर्यटन स्थलों पर लोगों की आवाजाही बढ़ गई है। पर्यटक न केवल हरियाली का आनंद ले रहे हैं, बल्कि मॉनसून ट्रैकिंग, फोटोशूट और प्राकृतिक दृश्यों के बीच शांति की तलाश भी कर रहे हैं।
प्रकृति प्रेमियों के लिए उपहार
सावन का यह रूप खासतौर पर प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी उपहार से कम नहीं। स्थानीय निवासी कहते हैं कि बारिश में ही ऐसा सुहावना मौसम देखने को मिलता है, बारिश होने से पर्यावरण पूरी तरह हरा-भरा नजर आ रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मनीष कुमार