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अंबिकापुर, 29 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर नगर में इन दिनों बाइकर्स गैंग की बढ़ती गतिविधियां आम नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही हैं। मोडिफाइड साइलेंसर की तेज आवाज और बेकाबू रफ्तार से सड़कों पर उत्पात मचाते ये युवक अब कानून-व्यवस्था के लिए भी चुनौती बनते जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि गैंग के सदस्य अधिकतर नाबालिग व नशे की लत के शिकार हैं, जो समूह में एकत्र होकर शहर के विभिन्न इलाकों में शोर और स्टंट के जरिए खौफ का माहौल बना रहे हैं।
शहरवासी बताते हैं कि बाइकर्स खासकर स्कूल के समय और बाजार क्षेत्र में तेज रफ्तार से बाइक चलाते हैं और आवाजाही वाले स्थानों पर साइलेंसर से पटाखे जैसी आवाज निकालकर दहशत फैलाते हैं। विरोध करने पर ये आक्रामक हो जाते हैं, जिससे कई बार झड़प और हिंसक स्थिति बन चुकी है।
तेज रफ्तार और स्टंट की वजह से नगर में पहले भी कई गंभीर हादसे हो चुके हैं। बीते वर्ष तहसील कार्यालय के पास एक तेज रफ्तार बाइक की चपेट में आकर योगगुरु उत्तम गुप्ता की मृत्यु हो गई थी। वहीं, स्थानीय बाइक मिस्त्री के इकलौते बेटे की जान भी इसी कारण जा चुकी है। ऐसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि यह समस्या केवल शोर या डर तक सीमित नहीं, बल्कि यह सीधे लोगों की जान-माल से जुड़ी हुई है।
नगरवासियों ने आज मंगलवार काे बताया कि गैंग के सदस्य छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और फब्तियां कसने जैसे कृत्य भी करते हैं। स्कूलों के आस-पास उनकी मौजूदगी से छात्राएं असहज महसूस करती हैं। इस दौरान की गई स्टंटबाज़ी न केवल बालिकाओं के लिए असुरक्षित माहौल बनाती है, बल्कि राहगीरों और खुद बाइकर्स के लिए भी जानलेवा साबित होती है। लोगों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही और सतत निगरानी की कमी की वजह से ऐसे गैंग के हौसले बुलंद हैं। कभी-कभार की गई कार्रवाई भी केवल चालान तक सीमित रहती है, जिससे इन पर कोई स्थायी असर नहीं पड़ता।
“इस संबंध में सीतापुर एसडीओपी राजेंद्र सिंह मंडावी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, ऐसे बाइकर्स पर अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
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हिन्दुस्थान समाचार / पारस नाथ सिंह