अमेरिका ने लेबनानी आतंकवादी की रिहाई पर फ्रांस की आलोचना की, कहा- राजनयिकों की सुरक्षा को खतरा
अमेरिका ने लेबनानी आतंकवादी की रिहाई पर फ्रांस की आलोचना की, कहा- राजनयिकों की सुरक्षा को खतरा


वॉशिंगटन, 26 जुलाई (हि.स.)। अमेरिका ने फ्रांस द्वारा लेबनानी आतंकवादी जॉर्ज इब्राहिम अब्दल्ला की जेल से रिहाई और उसे लेबनन निर्वासित करने के फैसले की कड़ी निंदा की है। अब्दल्ला को 1980 के दशक में पेरिस में अमेरिकी और इजराइली राजनयिकों की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।

जॉर्ज इब्राहिम अब्दल्ला, जो एक कट्टरपंथी और इजराइल विरोधी विचारधारा वाला आतंकवादी माना जाता है, को 1984 में गिरफ्तार किया गया था और 1987 में अमेरिकी सैन्य अताशे चार्ल्स रॉबर्ट रे और इजराइली राजनयिक याकोव बार्सीमंतोव की हत्या में संलिप्तता के लिए उम्रकैद की सजा दी गई थी।

हाल ही में फ्रांस की एक अपील अदालत ने शर्तों के साथ उसकी रिहाई को मंजूरी दी, जिसमें उसे फ्रांसीसी भूमि छोड़ने और दोबारा प्रवेश न करने की शर्त शामिल थी। बीते शुक्रवार को वह दक्षिण-पश्चिम फ्रांस की जेल से रिहा हुआ और बाद में अपने गृहनगर लेबनन पहुंच गया।

अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने सोशल मीडिया पर जारी बयान में कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका फ्रांसीसी सरकार द्वारा जॉर्ज इब्राहिम अब्दल्ला की रिहाई और उसे लेबनन निर्वासित किए जाने का विरोध करता है। यह फैसला अमेरिकी राजनयिकों की सुरक्षा को खतरे में डालता है और पीड़ितों व उनके परिवारों के साथ गंभीर अन्याय है।”

हालांकि अब्दल्ला 1999 से रिहाई के योग्य था, लेकिन अमेरिका की लगातार आपत्ति के कारण उसकी सभी पूर्ववर्ती याचिकाएं खारिज होती रहीं।

मूल रूप से लेबनान के मारोनाइट ईसाई समुदाय से आने वाले अब्दल्ला ने खुद को कभी आतंकवादी नहीं माना। उसका दावा रहा है कि वह फिलिस्तीन और लेबनान के अधिकारों के लिए लड़ने वाला क्रांतिकारी है, जो अमेरिका और इजराइल की नीतियों का विरोध करता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय