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झज्जर, 26 जुलाई (हि.स.)। गांव रोहद के रहने वाले एक व्यक्ति और उसकी दो भांजियों की एनसीआर माइनर में डूबने से मौत हो गई। वह व्यक्ति पांव फिसलने से नहर में गिरी अपनी भांजियों को बचाने के लिए नहर में उतरा था। बचाओ कर्मियों के प्रयास से मामा का शव मिल गया। डूबी हुई भांजियों की दोपहर बाद तक भी नहर में तलाश जारी थी।
बहादुरगढ़ तहसील के गांव रोहद का रहने वाला सुनील शुक्रवार की शाम को अपनी भांजियों रागिनी और उर्मी के साथ कपड़े धोने के लिए रोहद और मांडोठी गांव के बीच एनसीआर नहर पर गया था। कपड़े धोते वक्त उसकी भांजियों के पांव फिसल गए और वह नहर में गिर गई। भांजियों को बचाते हुए मामा सुनील भी नहर में कूद पड़ा और तीनों की डूबने से मौत हो गई। शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक नहर में डूबे सुनील व उसकी दोनों भांजियों की तलाश की गई। शनिवार सुबह गोताखोरों की टीम पहुंची और तलाशी कार्य शुरू किया। सुनील का शव उस स्थान से कुछ दूरी पर मिल गया, जहां तीनों नहर में डूबे थे। पुलिस और गोताखोरों की टीम लगातार तलाशी अभियान चलाए हुए है। ग्रामीण भी मौके पर अभियान में सहयोग कर रहे हैं। सर्च अभियान में जुटे गोताखोर हवलदार नरेन्द्र ने बताया कि बच्चियों की तलाश अभी जारी है।
गांव रोहद के निवासी कृष्ण कुमार ने बताया कि यह हादसा नहर पर कपड़े धोते वक्त पांव फिसलने से हुआ। उनके गांव का निवासी सुनील अपने गांव में ही स्थित एक प्लाइवुड फैक्टरी में काम करता था। शुक्रवार को उसका अवकाश था। इसलिए शाम को वह अपनी दोनों भांजियों को साथ लेकर कपड़े धोने के लिए नहर पर पहुंच गया। नहर किनारे कपड़े धोते वक्त पांव फिसलने से एक भांजी डूबने लगी तो दूसरी उसको बचाने के लिए आगे बढ़ी। दूसरी भांजी भी डूबने लगी तो मामा भी नहर में कूद गया। मगर किस्मत बेहद खराब थी। तीनों की ही नहर के गहरे पानी में डूब गए। घटना स्थल पर धोने के लिए लाए गए कपड़े और दोनों बच्चियों व उनके मामा की चप्पलें भी मिली हैं। डूबी हुई बच्चियों की तलाश की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज