झालावाड़ हादसे के बाद डरे छात्र, उदयपुर में कुछ स्कूलों में नहीं पहुंचे बच्चे
झालावाड़ हादसे के बाद डरे छात्र, उदयपुर में कुछ स्कूलों में नहीं पहुंचे बच्चे


मावली में छात्रों ने लगाया ताला, गोज्या में ग्रामीणों ने खुद करवाई छुट्टी

उदयपुर, 26 जुलाई (हि.स.)। झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में शुक्रवार को एक सरकारी स्कूल की छत गिरने से सात बच्चों की मौत और कई के घायल होने की दुखद घटना का असर शनिवार को उदयपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में साफ़ दिखाई दिया। जिले के मावली, गिर्वा और कोटड़ा ब्लॉकों के कई स्कूलों में छात्र भयभीत होकर स्कूल नहीं पहुंचे। कहीं छात्रों ने स्कूल के गेट पर ताले लगा दिए तो कहीं ग्रामीणों ने जर्जर स्कूल भवनों की स्थिति को देखते हुए अपने स्तर पर छुट्टियां घोषित कर दी।

चारणान स्कूल पर छात्रों का विरोध, गेट पर लगाया ताला

मावली ब्लॉक के भीमल गांव स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय चारणान में शनिवार सुबह छात्रों ने स्कूल गेट पर ताला लगा दिया और परिसर के बाहर बैठ गए। विद्यालय की छत और दीवारें जर्जर हो चुकी हैं, जिससे बच्चों और अभिभावकों में गहरा डर बैठ गया है। करीब 85 बच्चे स्कूल नहीं गए और ग्रामीणों के साथ विरोध में शामिल हुए। ग्रामीणों ने बताया कि बीते तीन वर्षों से जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को विद्यालय भवन की स्थिति से अवगत करवाया गया है, लेकिन आज तक मरम्मत नहीं करवाई गई।

गोज्या गांव में 114 में से केवल 15 छात्र पहुंचे

गिर्वा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत अमरपुरा के गांव गोज्या स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में 114 बच्चों का नामांकन है, लेकिन शनिवार को केवल 15 बच्चे ही स्कूल पहुंचे। झालावाड़ हादसे से डरे ग्रामीणों ने इन बच्चों की भी छुट्टी करवा दी। स्कूल के तीन कमरे जर्जर स्थिति में हैं और दीवारें गिरने की आशंका बनी हुई है। पूर्व पंचायत समिति सदस्य पृथ्वीराज मीणा ने बताया कि मरम्मत की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता