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पूर्वी चंपारण, 26 जुलाई (हि.स.)। बिहार में पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल में जल संकट झेल रहे वार्ड संख्या-10 के लोगों का सब्र अब जवाब देने लगा है।
नगर परिषद क्षेत्र के इस वार्ड के दर्जनों निवासियों ने स्थानीय पार्षद, चेयरमैन और नगर परिषद प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जमकर नारेबाजी की। लोगों का आरोप है कि प्रशासन उनके साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रहा है।
स्थानीय निवासी राजीव जायसवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नल-जल योजना एक ड्रीम प्रोजेक्ट था, जिसे हर वार्ड में लागू करने का निर्देश था। लेकिन वार्ड 10 में अब तक यह योजना लागू नहीं की गई है। उनका कहना है कि योजना का प्रस्ताव वार्ड में आया था, लेकिन स्थानीय पार्षद ने इसे लगने नहीं दिया, जिससे यहां के लोग आज एक-एक बूंद पानी को तरस रहे हैं।
मोहल्ले के एक अन्य निवासी राकेश पांडेय ने बताया कि उनके पास का ही वार्ड संख्या-11 में नल-जल योजना के तहत पाइपलाइन और टंकी की व्यवस्था है। वहां के लोग पानी की किल्लत से पूरी तरह मुक्त हैं, लेकिन वार्ड 10 में अब भी लोग दर-दर भटकने को मजबूर हैं।
स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि पार्षद सिर्फ अपने समर्थकों के घरों में ही पानी का टैंकर भिजवा रहे हैं, जबकि बाकी जनता को नजरअंदाज किया जा रहा है। नाराज़ लोगों ने मुहल्ले में घूम-घूम कर नप प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और जल्द कार्रवाई की मांग की।
लोगों का कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन को तेज करेंगे। विरोध प्रदर्शन में वार्ड संख्या 10 निवासी राजीव जायसवाल, राकेश पांडेय, राजेश पांडेय, दुर्गेश पांडेय, राकेश कुमार, दिनेश गुप्ता, दीपक गुप्ता, संजीत सर्राफ, नरेश सर्राफ सहित अन्य मोहल्लेवासी मौजूद थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार