कोलकाता एयरपोर्ट का बड़ा विस्तार : पुराने डोमेस्टिक टर्मिनल को तोड़कर बनेगा नया अंतरराष्ट्रीय हब
कोलकाता एयरपोर्ट का विस्तार बनेगा नया अंतरराष्ट्रीय हब


कोलकाता ,26 जुलाई (हि.स.)।

पूर्वी भारत के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में शामिल नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अब एक बड़े बदलाव की ओर अग्रसर है। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एयरपोर्ट प्रशासन पुराने घरेलू टर्मिनल को पूरी तरह ध्वस्त कर एक आधुनिक अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल का निर्माण करने जा रहा है। इस विस्तार के साथ एयरपोर्ट की कुल यात्री वहन क्षमता 26 मिलियन (2.6 करोड़) से बढ़कर 45 मिलियन (4.5 करोड़) तक पहुंच जाएगी।

नई टर्मिनल पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए समर्पित होगा और इसे आधुनिक (यू )आकार की संरचना में बनाया जा रहा है। इसे इस प्रकार डिजाइन किया जाएगा कि आने वाले दशकों में बढ़ती अंतरराष्ट्रीय यात्री मांग को आसानी से संभाला जा सके।

एयरपोर्ट के निदेशक डॉ. प्रभात रंजन बेउरिया ने शनिवार को बताया कि वर्तमान टर्मिनल 2,22,973 वर्ग मीटर में फैला है और हर घंटे लगभग 8,460 यात्रियों (5,500 घरेलू और 2,960 अंतरराष्ट्रीय) को संभालने की क्षमता रखता है। लेकिन मौजूदा ढांचा अब तेजी से अपनी सीमा तक पहुंच रहा है। इसलिए नए टर्मिनल का निर्माण समय की मांग है।”

जब तक नया टर्मिनल पूरी तरह तैयार नहीं हो जाता, तब तक अंतरराष्ट्रीय सेक्शन में 5,600 वर्ग मीटर (3,000 स्क्वायर मीटर डिपार्चर और 2,600 स्क्वायर मीटर अराइवल) का विस्तार किया जा रहा है। इस निर्माण कार्य के साल के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है, जिससे एयरपोर्ट की कुल सालाना क्षमता 28 मिलियन तक पहुंच जाएगी।

लगभग एक दशक से बंद पड़ा पुराना घरेलू टर्मिनल, जिसे कोविड के दौरान क्वारंटीन सेंटर और जांच केंद्र के रूप में उपयोग किया गया था, अब पूरी तरह तोड़ा जाएगा। यहां से हज यात्राओं का संचालन भी होता रहा है। इसके लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एमएसटीसी लिमिटेड को ठेका दिया गया है, जो पुराने ढांचे के स्क्रैप की नीलामी करेगी।

टर्मिनल तोड़ने की प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा और संचालन को प्रभावित न होने देने के लिए पुराने टर्मिनल और एप्रन एरिया के बीच एक दीवार बनाई जाएगी और हज यात्रियों की आवाजाही के लिए आवश्यक गलियारा भी सुरक्षित रखा गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय