जयरामपुर में स्थित द्वितीय विश्व युद्ध के ऐतिहासिक स्थलों का सीडब्ल्यूजीसी ने किया निरीक्षण
जयरामपुर में स्थित द्वितीय विश्व युद्ध के ऐतिहासिक स्थलों का सीडब्ल्यूजीसी ने किया निरीक्षण


इटानगर, 25 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रमंडल युद्ध स्मारक आयोग (सीडब्ल्यूजीसी) दिल्ली के एक प्रतिनिधि ने अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग ज़िले के जयरामपुर स्थित द्वितीय विश्व युद्ध के ऐतिहासिक स्थलों का प्रारंभिक निरीक्षण किया और उन्हें विश्व स्तरीय स्मारकों में परिवर्तित किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य इन ऐतिहासिक अवशेषों को राष्ट्रमंडल के मानकों के अनुरूप बनाना है।

शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि भारतीय उपमहाद्वीप के क्षेत्रीय प्रमुख अमित बंसल और गुवाहाटी व डिगबोई के प्रबंधक सालेव फोटे सहित सीडब्ल्यूजीसी की टीम ने बारीकी से सर्वेक्षण किया और इस दौरान कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

यह सर्वेक्षण अभियान इन स्मारकीय स्थलों की वर्तमान स्थिति का आकलन करने और आवश्यक उन्नयन हेतु क्षेत्रों की पहचान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।

इस दौरे का नेतृत्व नाम्पोंग निर्वाचन क्षेत्र के विधायक लाइसम सिमाई ने किया, जिसने इस पहल के प्रति स्थानीय सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को उजागर किया। इस महत्वपूर्ण परियोजना के प्रति सहयोगात्मक दृष्टिकोण प्रदर्शित करते हुए, अन्य प्रमुख ज़िला अधिकारी भी उपस्थित थे।

सीडब्ल्यूजीसी प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि वे ब्रिटेन स्थित सीडब्ल्यूजीसी मुख्यालय से कब्रिस्तान के बारे में व्यापक तथ्य और आंकड़े प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उनकी प्रतिबद्धता में जयरामपुर स्थित द्वितीय विश्व युद्ध के कब्रिस्तान को आकार देने के लिए आवश्यक समर्थन शामिल है।

विधायक कब्रिस्तान और अन्य सभी संबद्ध संपत्तियों को क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ में से एक के रूप में उन्नत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही ऐतिहासिक संरक्षण और स्मृति को महत्वपूर्ण बढ़ावा देने का वादा किया। स्थानीय अधिकारियों और सीडब्ल्यूजीसी का यह दौरा द्वितीय विश्व युद्ध के बलिदानों का सम्मान करने और इन अमूल्य स्थलों को संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। यह सुनिश्चित करना है कि यह अमूल्य स्थल को आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित रहें।

हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी