बांका के फुल्लीडुमर को पछाड़कर औरंगाबाद का हसपुरा अंचल बना नंबर वन
बांका के फुल्लीडुमर को पछाड़कर औरंगाबाद का हसपुरा अंचल बना नंबर वन


पटना, 26 जुलाई (हि.स.)। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा नियमित रूप से अंचल कार्यालयों से लेकर जिलों में किये जा रहे राजस्व कार्यों की समीक्षा की जा रही है। शनिवार को विभाग द्वारा राज्य के सभी 534 अंचल कार्यालयों के कार्यों की समीक्षा कर उनकी जून महीने की रैंकिंग जारी की गई है। इसमें औरंगाबाद का हसपुरा अंचल पहले पायदान पर पहुंच गया है।

जून माह की रैंकिंग में औरंगाबाद का हसपुरा अंचल बांका के फुल्लीडुमर अंचल को पछाड़कर पहले स्थान पर पहुंच गया है। इस माह फुल्लीडुमर छठे स्थान पर खिसक गया है। सीतामढ़ी का बैरगनिया अंचल पिछले माह के 28 वें स्थान से लंबी छलांग लगाकर दूसरे स्थान पर आ गया है। बेगूसराय का खोदाबंदपुर अंचल लगातार तीसरे माह अपना तीसरा स्थान बरकरार रखे हुए है।

जमुई का लक्ष्मीपुर अंचल छठे से चौथे स्थान पर तो मुजफ्फरपुर का पारू अंचल इस माह चौथे से पांचवें स्थान पर खिसक गया है। बक्सर का चक्की अंचल नौवें से सातवें, पूर्वी चंपारण का केसरिया अंचल 12 वें आठवें, नालंदा का राजगीर अंचल 52 वें नौवें और जहानाबाद का रतनी फरीदपुर अंचल 11 वें से 10 वें स्थान पर आ गया है।

टॉप 10 अंचल कार्यालय

1.हसपुरा (औरंगाबाद)-88.68 अंक

2.बैरगनिया(सीतामढ़ी)- 87.50 अंक

3. खोदाबंदपुर (बेगूसराय)-86.50 अंक

4. लक्ष्मीपुर (जमुई)- 85.35 अंक

5. पारू (मुजफ्फरपुर)-84.76 अंक

6. फुल्लीडुमर(बांका)-84.14 अंक

7. चक्की (बक्सर)-83.59 अंक

8. केसरिया (पूर्वी चंपारण)- 83.57 अंक

9. राजगीर (नालंदा)- 82.98 अंक

10. रतनी फरीदपुर (जहानाबाद)- 82.82 अंक

अंतिम 10 अंचल कार्यालय

1. राघोपुर(वैशाली)- 54.81 अंक

2. रानीगंज (अररिया)- 54.54 अंक

3. सासाराम (रोहतास)- 52.94 अंक

4. बरौली (गोपालगंज)- 52.84 अंक

5. बोधगया (गया)- 52.45 अंक

6. सोनबरसा(सहरसा)- 52.21 अंक

7. कोढ़ा (कटिहार)- 51.80 अंक

8. बड़हरा(भोजपुर)- 50.88 अंक

9. शाहपुर (भोजपुर)–49.53

10. जगदीशपुर (भागलपुर)- 46.93 अंक।

इस बाबत राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री संजय सरावगी ने बातचीत में बताया कि प्रत्येक स्तर पर राजस्व विभाग के विभिन्न कार्यों की समीक्षा की जा रही है। उसी समीक्षा के आधार पर प्रत्येक माह रैंकिंग जारी की जा रही है। कार्यों की लगातार समीक्षा के कारण कार्यप्रणाली में सुधार दिख रहा है। अंचल कार्यालयों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना से जनता का भला होगा और समय से उनके कार्य पूरे होंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी