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नई दिल्ली, 26 जुलाई (हि.स.)। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआईएस) पर कहा कि इस योजना के लिए आवंटित फंड का उपयोग लगातार घट रहा है। घोषणाओं पर अमल नहीं हो रहा है और जो इंटर्नशिप पूरी हुई हैं, उनकी संख्या बेहद कम है। यह योजना कांग्रेस की 2024 लोकसभा चुनाव की गारंटी पहली नौकरी पक्की से प्रेरित है, लेकिन इसे एक ऐसी सरकार चला रही है जिसमें प्रशासनिक कौशल का भारी अभाव है।
शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि योजना के दूसरे चरण में 1.18 लाख इंटर्नशिप अवसर घोषित किए गए, लेकिन केवल 71,458 ऑफर ही दिए गए, जो पहले चरण की तुलना में 13 फीसदी कम हैं। चिंता की बात यह है कि इनमें से सिर्फ 22,584 ऑफर ही उम्मीदवारों द्वारा स्वीकार किए गए, जबकि पहले चरण में यह संख्या 28,000 थी। पहले चरण में ऑफर स्वीकारने वाले छात्रों में से भी केवल 8,725 छात्रों ने ही वास्तव में इंटर्नशिप शुरू की, जो कुल का केवल 7 फीसदी है।
रमेश ने कहा कि इस चरण में कितने छात्रों ने इंटर्नशिप जॉइन की, इसकी कोई सार्वजनिक जानकारी अब तक उपलब्ध नहीं कराई गई है। इस योजना के लिए आवंटित फंड का उपयोग लगातार घट रहा है और जो इंटर्नशिप पूरी हुई हैं, उनकी संख्या बेहद कम है, जबकि सरकार ने अगले पांच वर्षों में 1 करोड़ इंटर्नशिप का लक्ष्य रखा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर