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पटना, 26 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मधुबनी जिला के लौकही में जिला के लिए प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं से संबंधित विकास योजनाओं का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने 178 करोड़ रुपये की लागत की पथ निर्माण विभाग द्वारा राष्ट्रीय उच्च पथ-527 बी एवं खजौली रेलवे स्टेशन-जयनगर रेलवे स्टेशन के बीच अवस्थित रेलवे समपार संख्या-39 सी (रेलवे किमी चैनेज-47+445) पर आरओबी सहित पहुंच पथ निर्माण कार्य का शिलान्यास किया।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 264.93 करोड़ की लागत की जल संसाधन विभाग द्वारा पुरानी कमलाधार, जीवछ कमला का पुनर्जीवन कार्य तथा 161.08 करोड़ रुपये लागत की पुरानी कमला नदी एवं जीवछ कमला नदी पर 04 अदद बीयर एवं अन्य संरचना के निर्माण कार्य एवं इससे सिंचाई सुविधा बढ़ाने तथा बाढ़ न्यूनीकरण कार्य का रिमोट के माध्यम से शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने 14.53 करोड़ रुपये की लागत की नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा नगर निगम, मधुबनी क्षेत्रान्तर्गत बस स्टैंड निर्माण योजना का शिलान्यास तथा 31.13 करोड़ रुपये लागत की पर्यटन विभाग द्वारा फूलहर स्थान, हरलाखी में पर्यटकीय सुविधाओं के विकास कार्य का भी शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री द्वारा 161.08 करोड़ रुपये लागत की पुरानी कमला नदी एवं जीवछ कमला पर 04 अदद बीयर एवं अन्य संरचना के निर्माण कार्य आदि को पुनर्जीवित करने एवं इससे सिंचाई सुविधा बढ़ाने तथा बाढ़ न्यूनीकरण कार्य से नदियों को आपस में जोड़ने से कृषि उद्देश्य हेतु पानी की निरंतर आपूर्ति होगी तथा सूखाग्रस्त क्षेत्रों में पानी की कमी की समस्या दूर होगी।
साथ ही नदियों को आपस में जोड़ने से बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों से अतिरिक्त पानी को पानी की आवश्यकता वाले क्षेत्रों की ओर मोड़कर बाढ़ नियंत्रण में योगदान मिलेगा एवं बाढ प्रबंधन होगा।
मधुबनी जिला अंर्तगत पंडौल एवं रहिका प्रखंड तथा दरभंगा जिला अंतर्गत बहादुरपुर, मनीगाछी एवं घनश्यामपुर प्रखंड के अंतर्गत लगभग 6089 हेक्टेयर कमांड क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। इससे मधुबनी और दरभंगा जिले में मछली, मखाना, सिंघाड़ा आदि जलीय उत्पादों की पैदावार बढ़ेगी।
178 करोड़ रुपये की लागत से जयनगर शहीद चौक के पास आरओबी के निर्माण कार्य से जयनगर-खजौली रेलवे स्टेशन के बीच बने एलसी-39 पर विभिन्न माध्यम से आरओबी निर्माण की मांग की जाती रही है। एलसी-39 पर आरओबी के निर्माण नहीं होने के कारण अनेक दिशाओं से जयनगर बाजार आनेवाले आम लोगों को रेलवे द्वारा निर्मित यू-टर्न सड़क से लगभग दो से तीन किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। साथ ही यात्री रेल गाड़ी/मालवाहक रेलगाड़ी आने के समय रेलवे गुमटी बंद रहने के कारण काफी समय तक इंतजार करना पड़ता है। आरओबी निर्माण हो जाने से जयनगर बाजार जानेवाले लोगों के द्वारा तय की जा रही अतिरिक्त दूरी, समय व ऊर्जा की बचत होगी। जाम की समस्या से निजात मिल सकेगी।
31.13 करोड़ रुपये की लागत से मधुबनी जिला स्थित मां सीता एवं प्रभु श्रीराम के प्रथम मिलन स्थल 'फुल्हर स्थान' को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जानेवाले कार्य का शिलान्यास किया गया। फुलहर स्थान मधुबनी जिले के हरलाखी प्रखंड में एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थल है। यह वह स्थान है जहां भगवान राम एवं देवी सीता पहली बार मिले थे। यहां मिथिला के राजा जनक का फूलों का बगीचा था। देवी भगवती का एक बहुत प्रसिद्ध मंदिर जिसे गिरजा स्थान के रूप में जाना जाता है, यहीं स्थित है। इस स्थान को बिहार सरकार द्वारा वर्ष 2020 में हिन्दू तीर्थयात्रियों के लिये पर्यटन केन्द्र के रूप में मान्यता दी गयी है। इस स्थल के विकसित होने से मधुबनी जिला पर्यटकीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हो जायेगा एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलने से मधुबनी जिलावासियों की आर्थिक उन्नति होगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी