डीजीयू का44 वाँ दीक्षांत समारोह: शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक जागरूकता का होगा उत्सव
डीजीयू का44 वाँ दीक्षांत समारोह: शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक जागरूकता का होगा उत्सव


गोरखपुर, 26 जुलाई (हि.स.)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय का 44वाँ दीक्षांत समारोह शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक जागरूकता का उत्सव होगा।

कुलपति प्रो पूनम टंडन ने बताया कि 25 अगस्त को आयोजित होने वाला दीक्षांत समारोह राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन के अनुरूप एक व्यापक शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक आयोजन के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर को ‘दीक्षोत्सव’ का स्वरूप दिया गया है, जिसमें विविध गतिविधियाँ विद्यार्थियों की प्रतिभा, सामाजिक चेतना और सांस्कृतिक मूल्यों को प्रोत्साहित करेंगी।

रचनात्मक प्रतियोगिताओ का होगा आयोजन

दीक्षोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए रचनात्मक प्रतियोगिताएँ आयोजित किया जाएगा।

विश्वविद्यालय परिसर में भाषण, चित्रकला, कहानी-कथन, देशभक्ति गीत, निबंध लेखन, कविता पाठ, लोकनृत्य, पारंपरिक खेलों एवं शैक्षिक संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। विभिन्न संकायों के चयनित प्रतिभागियों को दीक्षांत समारोह में सम्मानित किया जाएगा।

शिक्षकों का होगा अभिनंदन

इसके साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा गठित समिति के माध्यम से चयनित श्रेष्ठ शिक्षकों को दीक्षांत समारोह में विशिष्ट सम्मान प्रदान किया जाएगा।

ग्रामीण सहभागिता एवं बाल-प्रस्तुति

विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए पाँच गाँवों में परंपरागत खेलों का आयोजन किया जाएगा तथा इन गाँवों के विद्यालयों से चयनित 10 बच्चों को दीक्षांत समारोह में आमंत्रित किया जाएगा, जो पर्यावरण एवं जल संरक्षण पर आधारित समूह गीत एवं अभिनय प्रस्तुत करेंगे।इसके साथ ही विद्यालय एवं आंगनवाड़ी स्तर की गतिविधियाँ का भी आयोजन किया जाएगा।

विद्यालय स्तर पर प्रतियोगिताएँ

प्राथमिक (कक्षा 3–5), जूनियर (6–8), हाईस्कूल (9–10), एवं इंटरमीडिएट (11–12) स्तर पर भाषण, चित्रकला, कहानी-कथन एवं देशभक्ति गीत प्रतियोगिताएँ आयोजित की जा रही हैं।

द्वितीय स्तर की प्रतियोगिताओं के उपरांत चयनित प्रतिभागियों को दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

आंगनवाड़ी गतिविधियाँ:

गोद लिए गए गाँवों के आंगनवाड़ी केंद्रों पर सफाई, बच्चों की स्वच्छता, कार्यकर्ता उपस्थिति आदि के आधार पर प्रतियोगिताएँ कराई जा रही हैं।

प्रदर्शनी एवं प्रकाशन कार्य

चित्रकला प्रतियोगिता में विजयी कृतियों की प्रदर्शनी दीक्षांत समारोह में लगाई जाएगी और उनका पुस्तक रूप में प्रकाशन भी किया जाएगा।

भाषण और कहानियों की हस्तलिखित प्रतियों को संकलित कर पुस्तक प्रकाशित की जाएगी, जो समारोह स्थल पर प्रदर्शित होगी।

आंगनवाड़ी किट वितरण कार्यक्रम

गोरखपुर जनपद में जिला प्रशासन द्वारा 200 आंगनवाड़ी किट तथा समीपवर्ती जनपदों में विश्वविद्यालय द्वारा 100 किट का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा।

कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने कहा: “यह दीक्षांत समारोह केवल डिग्री वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी शैक्षणिक परंपराओं को समाज से जोड़ने का सशक्त माध्यम है। छात्र-छात्राओं की प्रतिभा को मंच देना, शिक्षकों का सम्मान करना और ग्रामीण समाज के साथ सहभागिता को बढ़ावा देना — यही हमारे विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता है। राज्यपाल के मार्गदर्शन में यह आयोजन प्रेरणास्रोत सिद्ध होगा।”

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय