रेहड़ी-फड़ी वर्कर्स यूनियन का मंडी में जिला सम्मेलन, आंदोलन तेज करने का निर्णय
मंडी में रेहड़ी-फड़ी यूनियन के चौथे सम्मेलन को संबोधित करते हुए भुपेंद्र सिंह।


मंडी, 25 जुलाई (हि.स.)। सीटू से संबद्ध रेहड़ी-फड़ी वर्कर्स यूनियन का चौथा जिला सम्मेलन शुक्रवार को कामरेड तारा चंद भवन मंडी में संपन्न हुआ। सम्मेलन का उद्घाटन सीटू जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने किया जबकि अध्यक्षता प्रवीण कुमार, रेहाना अख्तर, कर्मसिंह और धनंजय ने की। इस अवसर पर सीटू राज्य सचिव सुरेंद्र शीलू और जिला महासचिव राजेश शर्मा ने भी विचार रखे।

कार्यक्रम की शुरुआत दिवंगत मजदूर नेताओं और आपदा में मृत व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देकर की गई। उद्घाटन भाषण में भूपेंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2012 में नगर परिषद द्वारा मंडी को रेहड़ी मुक्त घोषित करने के विरोध में यूनियन का गठन हुआ था जिसने लंबे संघर्ष के बाद निर्णय को रद्द करवाया।

सम्मेलन में स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट को खत्म करने के केंद्र सरकार के फैसले की कड़ी निंदा की गई और इसके खिलाफ आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया। वक्ताओं ने कहा कि यह कानून रेहड़ी-फड़ी से आजीविका कमाने वालों को कानूनी सुरक्षा देता है, जिसे हटाना मजदूर विरोधी कदम है।

सम्मेलन में विभिन्न मांगों जैसे—सीजनल वस्तुओं की बिक्री हेतु स्थान आवंटन, गुजराती मार्केट का विकास, नेरचौक व सुंदरनगर में यलो लाइन मार्किंग और लाइसेंसिंग जैसे मुद्दों पर आंदोलन छेड़ने का निर्णय लिया गया।

इस अवसर पर 25 सदस्यीय नई जिला कमेटी का गठन किया गया। सुरेंद्र कुमार मंडी को जिला अध्यक्ष और तिर्मल राणा नेरचौक को महासचिव चुना गया। अन्य पदाधिकारियों में कर्मचंद, धनंजय, कृष्णा कुमारी, रेहाना अख्तर, प्रवीण कुमार, विपिन कुमार और दीपक कुमार शामिल हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा