बीएचयू कार्यकारी परिषद के गठन पर कांग्रेस का वार
बीएचयू कार्यकारिणी परिषद को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की पीसी


वाराणसी, 25 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की हाल ही में गठित नई एक्जीक्यूटिव काउंसिल (कार्यकारी परिषद) को लेकर प्रदेश कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने परिषद में भाजपा नेताओं की नियुक्ति को राजनीतिक दखल करार देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।

वाराणसी में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने शुक्रवार को कहा कि कार्यकारी परिषद(ईसी) विश्वविद्यालय का प्रमुख कार्यकारी निकाय होता है। ईसी में शैक्षणिक उत्कृष्टता, शोध और नीति निर्माण से जुड़े निर्णय लिए जाते हैं। परिषद में शिक्षाविदों की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष और स्थानीय मेयर जैसे राजनीतिक चेहरों को शामिल करना बेहद निंदनीय है। अजय राय ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने बीएचयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में भी अपनी राजनीतिक विचारधारा को थोपने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा, पिछले वर्ष भी हमने इसी विषय को उठाया था, लेकिन सरकार ने अपने पुराने रवैए को फिर दोहराया। विश्वविद्यालय में शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों को जगह मिलनी चाहिए।

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की और कहा कि बीएचयू जैसे प्रतिष्ठान का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। राय ने यह अपील भी की कि परिषद से भाजपा नेताओं को हटाकर योग्य शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त व्यक्तित्वों को शामिल किया जाए। प्रेस वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, फसाहत हुसैन, मनीष मोरोलिया, सतनाम सिंह, वकील अंसारी, अरुण सोनी और प्रमोद वर्मा मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी