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प्रयागराज, 25 जुलाई (हि.स.)। ईश्वर शरण पीजी कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभाग और निर्वाचन साक्षरता क्लब के संयुक्त तत्वावधान में तथा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ की देख-रेख में ‘‘महात्मा गांधी का व्यावहारिक आदर्शवाद’’ विषय पर एक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया।
व्याख्यान के वक्ता और राजनीति विज्ञान विभाग के संयोजक प्रो. शिवहर्ष सिंह ने कहा कि गांधी अपने जीवन काल में आदर्श को व्यवहार में उतारने वाले व्यक्तित्व रहे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन काल परमार्थ को चरितार्थ करने में ही बीता। जब उनका समकालीन राजनीतिक वर्ग सत्ता हासिल करने की दावेदारी में संलग्न था तब वे नोआखली में साम्प्रदायिक दंगे को शांत कराने में लगे थे।प्रो. शिवहर्ष सिंह ने गांधी को अपने समय का सर्वाधिक सुसंस्कृत व्यक्ति बताया। उन्होंने दादा धर्माधिकारी द्वारा बताए गए संस्कृति की परिभाषा के अनुसार साबित किया कि जो इंसान अहिंसा के जितना नजदीक होता जाता है, परमार्थ के जितना नजदीक होता जाता है, वह उतना ही अधिक संस्कृतिवान मनुष्य होता जाता है।
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ मनोज कुमार दूबे ने बताया कि विशिष्ट व्याख्यान का संयोजन, अतिथियों का स्वागत और कार्यक्रम का संचालन निर्वाचन साक्षरता क्लब के संयोजक, राजनीति विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ अखिलेश त्रिपाठी तथा धन्यवाद ज्ञापन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अंकित पाठक ने किया। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. विवेक कुमार राय, डॉ. अखिलेश पाल एवं दर्शन शास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर महेंद्र प्रसाद समेत विभाग के समस्त शोधार्थी एवं सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र