इंदौर की स्टार्टअप प्रीसव टेक्नोलॉजी ने रचा इतिहास, देश को मिला पहला पूर्ण स्वदेशी ड्रोन रिमोट 'वाचक'
देश को मिला पहला पूर्ण स्वदेशी ड्रोन रिमोट 'वाचक'


देश को मिला पहला पूर्ण स्वदेशी ड्रोन रिमोट 'वाचक'


इंदौर, 24 जुलाई (हि.स.)। भारत को रक्षा और एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई। इंदौर की डीप-टेक स्टार्टअप प्रीसव टेक्नोलॉजी ने देश का पहला 100 प्रतिशत मेड इन इंडिया ड्रोन रिमोट कंट्रोल सिस्टम 'वाचक' लॉन्च किया है, जो पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है।

अब तक देश में जो भी ड्रोन उपयोग में लिए जा रहे थे, उनमें चाहे निर्माण भारत में हुआ हो या विदेशों से आयात किए गए हों, उनके रिमोट सिस्टम में किसी न किसी रूप में विदेशी, विशेषकर चीनी कंपोनेंट्स शामिल होते थे। लेकिन 'वाचक' पहला ऐसा रिमोट कंट्रोल है, जिसमें एक भी विदेशी पुर्जे का उपयोग नहीं किया गया है।

प्रीसव टेक्नोलॉजी के संस्थापक अभिषेक मिश्रा ने बताया कि यह सिर्फ एक डिवाइस नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक निर्णायक तकनीकी कदम है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ‘वाचक’ सुरक्षित और विशेष फ्रीक्वेंसी बैंड पर संचालित होता है, जिसे हैक या जाम करना बेहद कठिन है। यह विशेष रूप से सैन्य बलों, पुलिस, सीमा सुरक्षा बलों और संवेदनशील अभियानों के लिए उपयोगी साबित होगा।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि “देश के पहले पूर्ण स्वदेशी ड्रोन ऑपरेटिंग सिस्टम का इंदौर में निर्माण होना पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है।”

वहीं, प्रीसव टेक्नोलॉजी ने ‘वाचक’ के लिए भारतीय और अंतरराष्ट्रीय पेटेंट प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। अगर इसे मान्यता मिलती है, तो यह देश की पहली पूरी तरह घरेलू तकनीक पर आधारित ड्रोन कंट्रोल यूनिट के रूप में दर्ज होगी। प्रीसव इससे पहले भी एआई आधारित एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी, ‘नभ रक्ष’ ड्रोन, और AR/AI युक्त शिक्षण प्रणालियाँ विकसित करने में सक्रिय रहा है, जो इसके तकनीकी नवाचार की निरंतरता को दर्शाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर