तीन साल से नहीं खरीदी गई फेको मशीन, सोलन अस्पताल में मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए मरीज परेशान
केंद्र की ग्रांट


सोलन, 25 जुलाई (हि.स.)। सोलन क्षेत्रीय अस्पताल में मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए आवश्यक फेको मशीन आज तक नहीं लगाई गई है, जबकि इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा दी गई 43 लाख रुपये की ग्रांट पिछले तीन वर्षों से लंबित है। यह मामला भाजपा शहरी मंडल अध्यक्ष शैलेन्द्र गुप्ता ने उठाया है। उन्होंने कहा कि फेको मशीन के न होने से वरिष्ठ नागरिकों को निजी अस्पतालों में महंगे ऑपरेशन करवाने पड़ रहे हैं, जबकि केंद्र सरकार ने पहले ही मशीन की खरीद के लिए राशि जारी कर दी थी।

उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल, जो स्वयं सोलन के विधायक भी हैं, ने इस मामले की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन उपायुक्त कृतिका कुल्हारी के समय में यह ग्रांट जारी की गई थी, लेकिन अब तक मशीन की खरीद नहीं हो पाई है और न ही इसके उपयोग को लेकर कोई स्पष्टता दी गई है।

शैलेन्द्र गुप्ता ने सवाल उठाया कि जब स्वास्थ्य मंत्री अपने ही क्षेत्र के अस्पताल की स्थिति में सुधार लाने में विफल हैं, तो प्रदेश के अन्य अस्पतालों की स्थिति का अंदाजा लगाना कठिन नहीं है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया कि वे इस विषय पर संवेदनशीलता दिखाएं और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए ठोस कदम उठाएं।

हिन्दुस्थान समाचार / संदीप शर्मा