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हिसार, 25 जुलाई (हि.स.)। जनवादी महिला समिति ने बैठक करके यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी विकास बराला को असिस्टेंट एडवोकेट जनरल नियुक्त किए जाने की कड़ी निंदा करते हुए नियुक्ति तुरंत रद्द करने की मांग की है। जनवादी महिला समिति की जिला प्रधान शकुंतुला जाखड़, सचिव बबली लांबा व कोषाध्यक्ष निर्मला ने शुक्रवार काे कहा कि एक तरफ भाजपा सरकार बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ का ढोल पीट रही है, दूसरी तरफ यौन उत्पीड़न के आरोपी को असिस्टेंट एडवोकेट जनरल का महत्वपूर्ण पद देकर पुरस्कृत कर रही है।
उन्हाेंने कहा कि भाजपा और उसके नेताओं का असली चेहरा यही है। इससे पहले भी खेल मंत्री रहे संदीप सिंह, सांसद बृजभूषण शरण सिंह, कुलदीप सिंह सेंगर, स्वामी चिन्मयानंद जैसे यौन हिंसा के आरोपियों को भाजपा सरकार ने पदों पर बिठाए रखा और उन्हें बचाने के लिए उत्पीड़ित लड़कियों को और ज्यादा उत्पीड़ित किया जाता रहा। इसी मानसिकता का परिणाम है कि हरियाणा और देश भर में महिलाओं व बच्चियों के विरुद्ध अपराध बढ़ रहे हैं। उत्पीड़ित हतोत्साहित होकर आत्महत्याएं तक कर रही हैं।
जनवादी महिला समिति ने मांग की कि विकास बराला की नियुक्ति तुरंत रद्द की जाए अन्यथा संगठन कल से हरियाणा भर में शुरू किए जा रहे राज्य स्तरीय सामाजिक न्याय जत्थे के दौरान इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएंगे। ज्ञात रहे कि हरियाणा सरकार ने भाजपा के राज्यसभा सांसद सुभाष बराला के बेटे विकास बराला को असिस्टेंट एडवोकेट जनरल नियुक्त किया है। विकास बराला 2017 में चंडीगढ़ में आईएएस अफसर की बेटी वर्णिका कुंडू का पीछा करने और अपहरण की कोशिश करने के मामले में आरोपी है। वह इस मामले में फिलहाल जमानत पर बाहर है और मुकदमा अभी भी कोर्ट में लंबित है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर