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झज्जर, 24 जुलाई (हि.स.)। बुधवार-गुरुवार की रात को इलाके में हुई जोरदार बारिश से राजकीय प्राथमिक पाठशाला झज्जर में घुटनों तक पानी भर गया। झज्जर क्षेत्र में जमकर हुई बरसात की वजह से इस प्राथमिक पाठशाला में एक से दो फुट बरसाती पानी जमा हो गया।
सुबह के समय जब छोटे-छाेटे मासूम नौनिहाल पढ़ने के लिए अपनी इस प्राथमिक पाठशाला पहुंचे तो सकूल के आंगन व कमरों में पानी भरा हुआ था। पाठशाला के कमरों में रखे डेस्क बयां कर रहे थे कि कमरों में किस कदर पानी भरा है। आनन-फानन में इन बच्चों को साथ लगती आंगनवाड़ी की बिल्डिंग में शिफ्ट करना पड़ा। यहां बरसाती पानी के बीच से निकल रहे स्कूली बच्चों ने सरकार से प्रार्थना की है कि उनकी पुकार सुने और उनके लिए सुव्यवस्थित भवन उपलब्ध कराए। स्कूल की प्रधान अध्यापिका विजया देवी का कहना था कि स्कूल की बिल्डिंग कंडम हो चुकी है और जर्जर हाल है। हर बार बरसाती दिनों में उनकी इस पाठशाला में पानी भरने से बुरा हाल हो जाता है। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी मामला लाया गया। सुव्यवस्थित भवन कब तक उपलब्ध हो पाता है इसके लिए सभी इंतजार कर रहे है।झज्जर के निवासी रविंद्र कुमार ने कहा कि वैसे तो राज्य के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने सरकार की नई शिक्षा नीति की सराहना करते थक नहीं रहे और प्रदेश में गुणवत्तापूरक शिक्षा दिए जाने की बात करते हैं, लेकिन सरकार और शिक्षा मंत्री के दावे की पोल झज्जर की प्राथमिक पाठशाला में घुटनों-घुटनों भरा पानी खोल रहा है। सच्चाई यह है की सरकार को छोटे बच्चों और आम लोगों की परेशानी से कोई सरोकार नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज