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अजमेर, 24 जुलाई (हि.स.)। जयपुर, अजमेर और टाेंक जिले सहित कई कस्बों की जीवनरेखा माने जाना वाले बीसलपुर बांध से गुरुवार को पानी की निकासी शुरू कर दी गई। जलस्तर पूर्ण भराव क्षमता 315.50 मीटर तक पहुंचने के बाद बांध का 10 नंबर गेट खोलकर 6 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। निकासी की शुरुआत से पहले बनास नदी किनारे बसे 68 गांवों में अलर्ट जारी कर सायरन व मुनादी के माध्यम से चेतावनी दी गई।
इस अवसर पर विधायक राजेन्द्र गुर्जर ने वैदिक विधियों से पूजा-अर्चना कर जलनिकासी प्रक्रिया की शुरुआत की। जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजेश मीना सहित जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अभियंता एवं अधिकारी मौके पर उपस्थित रहे। जल संसाधन विभाग द्वारा गेट खोलने से पूर्व सुरक्षा मानकों के तहत अलार्म सायरन बजाकर डाउनस्ट्रीम क्षेत्र के सभी गांवों को सतर्क किया गया। बनास नदी के तटीय इलाकों में लगातार अलर्ट जारी करते हुए ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे नदी के नजदीक न जाएं और बच्चों तथा मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर रखें। फील्ड अधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में त्वरित राहत व बचाव कार्य सुनिश्चित किया जा सके।
जल संसाधन विभाग के अभियंताओं के अनुसार, बीसलपुर बांध का जलस्तर 315.50 मीटर की अधिकतम सीमा तक पहुंच चुका है। जल स्तर को इसी स्तर पर बनाए रखने के लिए आवश्यकतानुसार अन्य गेट भी खोले जा सकते हैं। वर्तमान में बांध में निरंतर पानी की आवक हो रही है, जिसे संतुलित बनाए रखने हेतु पानी छोड़ा जा रहा है। बांध के स्रोत त्रिवेणी नदी पर वर्तमान में 2.90 मीटर ऊंची चादर चल रही है। बीसलपुर से छोड़ा गया पानी लगभग 90 किलोमीटर दूर स्थित ईसरदा बांध में जाएगा। ईसरदा बांध में 30 जुलाई से जल संग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार बीसलपुर से ईसरदा तक पानी को पहुंचने में लगभग 14 घंटे का समय लगेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष