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ऊना, 24 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार की नई जॉब ट्रेनी पॉलिसी को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता, प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर ने वीरवार को प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए इसे युवाओं और कर्मचारियों को ठगने वाली नीति करार दिया।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि कांग्रेस सरकार व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर युवाओं को गुमराह कर रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह अब एक ट्रेनी सरकार है, जो कर्मचारियों और बेरोजगारों को लगातार भ्रमित और शोषित कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि नई पॉलिसी के तहत सरकारी नौकरी पाने के बाद भी युवाओं को दोहरी परीक्षा देनी होगी। हाल ही में अनुबंध पर लगे कर्मचारियों को भी इस नीति में शामिल किया जा रहा है, जिससे उन्हें दो वर्ष ट्रेनी के तौर पर काम करना पड़ेगा। यदि वे दूसरी परीक्षा पास नहीं कर पाए, तो न केवल उनका वेतनमान प्रभावित होगा, बल्कि पदोन्नति की राह भी बंद हो जाएगी।
कंवर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ओपीएस (पुरानी पेंशन योजना) का वादा करके सत्ता हासिल की लेकिन अब वही सरकार कर्मचारियों की उम्मीदों को रौंद रही है। उन्होंने इसे सरकार की आर्थिक विफलता को छुपाने का हथकंडा बताया और कहा कि यह फैसला युवाओं में असंतोष और आक्रोश को जन्म दे रहा है, जो आने वाले समय में बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है।
उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से अपील की कि वह इस नीति पर तुरंत पुनर्विचार करें और कर्मचारियों के हितों के साथ खिलवाड़ न करें। कंवर ने दो टूक कहा कि कर्मचारी प्रदेश की रीढ़ हैं और उन्हें कमजोर करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / विकास कौंडल