राजधानी रायपुर में लूटपाट करने वाले दो सगे भाई गिरफ्तार, लाखों का माल बरामद
लूटपाट करने वाले दो सगे भाई गिरफ्तार


रायपुर, 24 जुलाई (हि.स.)। पर्स और मोबाइल लूट तथा वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले दो सगे भाइयों को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर ल‍िया है। गिरफ्तार आरोप‍ितों में निर्मल महानंद उर्फ साहिल, निवासी खमतराई विधि के साथ संघर्षरत एक नाबालिग शामिल है। इनमें से एक पूर्व में हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में जेल जा चुका है, जबकि दूसरा नाबालिग है और वाहन चोरी के मामले में पूर्व में पकड़ा जा चुका है। पुलिस ने आरोपितों के पास से तीन मोबाइल फोन और एक पल्सर बाइक बरामद की है, जिसकी कुल कीमत करीब 2 लाख रुपये आंकी गई है। यह कार्रवाई एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना गंज पुलिस की संयुक्त टीम ने की।

20 जुलाई को न्यू आनंद नगर, भनपुरी निवासी एक महिला अपनी सास के साथ फाफाडीह स्थित पाठक अस्पताल जा रही थी। दोपहर 12:30 बजे के करीब जैसे ही वे रोड पार कर रहीं थीं, बाइक सवार दो युवक उनकी सास के हाथ से हैंडपर्स झपटकर फरार हो गए। झपटमारी में महिला नीचे गिर गई और उसे चोट आई। पर्स में 3,000 नकद और दो मोबाइल फोन थे। इस मामले में गंज थाने में 304(2), 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।

सीसीटीवी फुटेज खंगालने और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने निर्मल महानंद उर्फ साहिल नाम के युवक की पहचान की, जो पहले भी हत्या और हत्या के प्रयास के मामलों में जेल जा चुका है। पूछताछ में उसने बताया कि, वह अपने नाबालिग भाई (जो पहले से वाहन चोरी के मामले में आरोपित है) के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दे रहा था। पूछताछ में आरोपितों ने खुलासा किया कि, उन्होंने देवेंद्र नगर थाना क्षेत्र में एक और व्यक्ति से मोबाइल लूटा था और खमतराई इलाके से एक पल्सर बाइक चुराई थी, जिसका इस्तेमाल वे वारदातों में कर रहे थे।

इन घटनाओं को लेकर गंज थाने में एफआईआर क्रमांक 178/25, देवेंद्र नगर में FIR क्रमांक 133/25 (धारा 309(2),बीएनएस) और खमतराई थाने में वाहन चोरी का मामला दर्ज किया गया। रायपुर पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लूट और चोरी की सामग्री बरामद कर ली है, और संबंधित थानों को उनकी गिरफ्तारी की सूचना दे दी गई है।

इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी गंज निरीक्षक भावेश गौतम और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक परेश पांडेय के नेतृत्व में कई अधिकारियों और जवानों की टीम शामिल रही, जिन्होंने तकनीकी निगरानी, सीसीटीवी फुटेज और पुराने अपराधियों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखकर सफलता हासिल की।

हिन्दुस्थान समाचार / गायत्री प्रसाद धीवर