राेहतक: सीईटी की परीक्षा को लेकर सरकार को झटका, अध्यापकों ने किया विरोध
राेहतक: सीईटी की परीक्षा को लेकर सरकार को झटका, अध्यापकों ने किया विरोध


-अधिकारी मनाने की कर रहे कोशिश, अध्यापकों ने कहा नहीं करेंगे ड्यूटी

-बस स्टैंड पर अभ्यर्थियों को ले जाने की अध्यपको की लगाई गई ड्यूटी

रोहतक, 24 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा सरकार व प्रशासन के लिए चुनौती बनी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट यानी सीईटी की परीक्षा के मात्र दो दिन पहले ही अध्यापकों ने इसका विरोध कर दिया। अध्यापकों का कहना है जो ड्यूटी उनकी लगाई गई, वह उनके शान के खिलाफ है। वह हर हाल में सीईटी की परीक्षा में ड्यूटी नहीं करेंगे, यही नहीं अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की, हालांकि अधिकारी अध्यापकों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अध्यापकों ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सीईटी की परीक्षा में बसों में ड्यूटी नहीं करेंगे।

कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) की परीक्षा को सुचारू ढंग से करवाने के लिए हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन तमाम कोशिश कर रहा है अब अध्यापकों का सीईटी परीक्षा का विरोध के बाद प्रशासन व सरकार की नींद उड़ा दी है। दरअसल अध्यापकों को जो ड्यूटी मिली है वह उनकी शान के खिलाफ है यह हम नहीं बल्कि खुद अध्यापक संघ कह रहा है। वीरवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के तहत अध्यापक सीईटी की परीक्षा में ड्यूटी देने के लिए ट्रेनिंग लेने के लिए रोहतक जिला विकास भवन में आए थे, जिसके तहत अध्यापकों ने ट्रेनिंग के तुरंत बाद जिला विकास भवन के बाहर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, अध्यापकों का कहना है की किसी भी सूरत में बसों में ड्यूटी नहीं करेंगे, दरअसल अध्यापकों की ड्यूटी इसलिए लगाई गई थी ताकि वह परीक्षा केंद्रों तक अभ्यार्थियों को लेकर जाए और उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया जाए।

प्राथमिक अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर कादयान ने कहा की वो किसी भी सूरत में बसों में ड्यूटी नहीं करेंगे क्योंकि यह उनकी शान के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि उनकी ड्यूटी परीक्षा केंद्रों में लगाई जाती तो बेहतर होता इससे छोटे बच्चों में संदेश गलत जाएगा। ऐसे में उन्होंने इस परीक्षा का विरोध किया है और वह ड्यूटी नहीं करेंगे। वही एक और अध्यापिका रमन ने कहा की सीईटी की परीक्षा देने वाले अभ्यार्थी इतने भी नादान नहीं है कि उनका हाथ पड़कर बस में चढ़ाया जाए यह उनकी शान के खिलाफ है कि वह बच्चों को रास्ता दिखाएं वह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे और वह ड्यूटी नहीं करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिल