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बीड़ बबरान धाम में महाकाल के भांग व पुष्प श्रृंगार को देखकर नतमस्तक हो गए श्रद्धालुहिसार, 24 जुलाई (हि.स.)। महाभारतकालीन बीड़ बबरान धाम में भगवान शिव की पूजा व आराधना करते हुए पूरे विधि विधान से रुद्राभिषेक किया गया। इस दौरान पूरा धाम जय भोले शंकर और जय भोले भंडारी के उदघोष से गुंजायमान हो उठा। इसके साथ ही महाकाल का भांग व पुष्प से श्रृंगार किया गया। यह स्वरूप देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो गए और भक्तों ने महाकाल के स्वरूप के समक्ष माथा टेककर अपनी आस्था व्यक्त की। विशेष बात यह है कि महाकाल का जिन रंगों से श्रृंगार किया गया, वे सभी रंग फूलों से प्राकृतिक रूप से बनाए गए।बीड़ बबरान धाम के निज पुजारी विनय शर्मा ने गुरुवार काे बताया कि सावन मास में भगवान शिव की पूजा व आराधना का विशेष महत्व है। इसलिए इस माह में श्रद्धालुओं को महाकाल के विभिन्न स्वरूपों के दर्शन का अवसर मिलता है। उन्होंने बताया बीड़ बबरान धाम में पधारने वाले भक्तों को श्याम बाबा के दरबार, वीर हनुमान के मंदिर, शिव परिवार, अखंड जोत, धूणे, घोड़े के पांव के निशान वाली शिला, मढ़ी व महाभारतकालीन पीपल के वृक्ष के भी दर्शन का मौका मिला। उन्होंने बताया कि बीड़ बबरान स्थल पर ही भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं वीर बर्बरीक की परीक्षा ली थी। वीर बर्बरीक ने श्रीकृष्ण के समक्ष एक ही तीर से पीपल के सभी पत्ते छेद दिए थे। यह पीपल का वृक्ष आज भी बीड़ बबरान धाम में मौजूद है और इसके सभी पत्तों में छेद सहज ही देखे जा सकते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर