एसआईआर पर विपक्ष मुखर, चौथे दिन भी संसद में नहीं हो पाया सामान्य कामकाज
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-दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार 11 बजे तक के लिए स्थगित

नई दिल्ली, 24 जुलाई (हि.स.)। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर गुरुवार को संसद के मानसून सत्र के चौथे दिन भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा। इसके चलते लोकसभा और राज्यसभा में सामान्य कामकाज नहीं हो पाया। दोनों सदनों की कार्यवाही को विपक्ष के हंगामें के चलते पहले दो बजे और बाद में दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। इसी बीच राज्यसभा में आज छह सेवानिवृत्त होने जा रहे सदस्यों को विदाई दी गई।

लोकसभा में सुबह कार्यवाही शुरु होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से आग्रह किया कि संसद की मर्यादा और गरिमा को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि कई सांसदों ने उनसे कहा कि उन्हें बोलने के लिए मुश्किल से ही समय मिलता है और इस तरह का व्यवहार अच्छा नहीं है। उन्होंने सदन में तख्तियां लेकर आने पर भी नराजगी जाहिर की। विपक्ष के भारी शोर-शराबे के बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को आज दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया।

सदन की कार्यवाही दोबारा शुरु होने पर पीठासीन अधिकारी कृष्णा प्रसाद तेन्नटी ने कहा कि जब तक आप तख़्तियां दिखाएंगे, सभा की कार्यवाही नहीं चल सकती। आप सब अपनी सीटों पर बैठिए और बिल की चर्चा में भाग लीजिए। विपक्षी सदस्यों के लगातार विरोध के चलते लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

दूसरी ओर राज्यसभा में आज मनोनीत सदस्य- उज्ज्वल देवराव निकम ने संसद सदस्य के रूप में शपथ ली। इसके अलावा राज्यसभा ने अपने छह सेवानिवृत्त सदस्यों को विदाई दी। वहीं पी. विल्सन पुनः राज्यसभा सदस्य चुने गए हैं। विदाई देने के बाद जैसे ही प्रश्नकाल शुरु हुआ, विपक्ष ने एसआईआर पर हंगामा शुरु कर दिया। इसके चलते उपसभापति हरिवंश ने कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

इसके बाद 2 बजे राज्यसभा में कल से आगे आज समुद्री माल परिवहन विधेयक, 2025 पर चर्चा शुरु हुई। राज्यसभा में इसे विचार और पारित करने के लिए कल पेश किया गया था। हालांकि विपक्ष के हंगामें के चलते कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा