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जयपुर, 24 जुलाई (हि.स.)। जयपुर ग्रामीण जिले के जमवारामगढ़ थाना इलाके में पिता ने डेढ़ साल के बेटे को दौ सौ फीट गहरे बोरवेल में फेंक दिया। जानकारी में सामने आया कि पिता मासूम बेटे की बीमारी से परेशान था और पत्नी के मायके जाने को लेकर भी काफी समय से तनाव में था। पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में लिया है। वहीं पुलिस और एसडीआरएफ टीम की मदद से बच्चे को बोरवेल से बाहर निकालने की कोशिश कर रही है।
थानाधिकारी जमवारामगढ़ रामपाल शर्मा ने बताया कि मामला इलाके के दीपोला गांव का गुरुवार सुबह का है। जहां दीपोला गांव में ललित परिवार के साथ रहता है। उस पर अपने तीन बच्चों में सबसे छोटे डेढ़ साल के बेटे राम की हत्या का आरोप है। पिछले कई महीनों से पति-पत्नी में झगड़ा हो रहा था। करीब एक महीने पहले तीनों बच्चों को छोड़कर पत्नी मायके चली गई। तब से ललित अकेला तीनों बच्चों की परवरिश कर रहा था। इस बीच डेढ़ साल का बेटा बीमार हो गया। बीमार होने के कारण बुधवार रात को उसे डॉक्टर के पास लेकर गया था। डॉक्टर के दवा देने के बाद बेटे को घर ले आया। सीरियस होने के साथ बेटे का शरीर ठंडा पड़ गया। शराब के नशे में घर के पास पत्थर से ढके बोरवेल को खोलकर उसमें बच्चे को फेंक दिया। लोगों की सूचना पर गुरुवार पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में लेकर बच्चे की तलाश शुरू की। वहीं एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया। एसडीआरएफ की टीम बोरवेल से बच्चे को बाहर निकालने के प्रयास कर रही है। बच्चे के जीवित होने की भी उम्मीद की जा रही है।
आरोपी पिता से पूछताछ में सामने आया कि गृह क्लेश के कारण पत्नी एक महीने से पीहर गई हुई है। उसके ससुराल वाले भी केस करने की कह रहे थे। घर में तनाव चल रहा था। वहीं पुलिस यह भी जांच कर रही है कि बच्चे की मौत के बाद शव फेंका या उसकी हत्या की गई। फिलहाल पुलिस की ओर से सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले से खुलासा किया जाएगा।
खुली मजदूरी करने वाला ललित सैनी शराब पीने का आदी है। पिछले दिनों रात के समय ललित ने अपनी पत्नी को बेहरमी से पीटा था। आस-पड़ोस के लोगों के बीच-बचाव करने पर उसकी जान बची थी। इसके बाद वह बच्चों को छोड़कर अपनी पीहर चली गई थी। बोरवेल में 90 फीट की गहराई में बच्चा राम मिल गया है। ललित ने बच्चे को फेंकने के बाद ऊपर से मिट्टी डाल दी थी। इसके कारण बोरवेल में फंस गया। पहला देसी जुगाड़ फेल होने पर बच्चे को निकालने के लिए दूसरा जुगाड़ लगाया जा रहा है। इसमें लोहे के हुकदार क्लिप को बोरवेल में डालकर बच्चे को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। 8 इंची बोरवेल में फंसे बच्चे को निकालने के लिए 40 से 50 लोगों की एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस टीम लगी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश