अजमेर में जबरन धर्म परिवर्तन के विरोध में वकीलों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
अजमेर में जबरन धर्म परिवर्तन के विरोध में वकीलों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन


अजमेर में जबरन धर्म परिवर्तन के विरोध में वकीलों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन


अजमेर, 24 जुलाई (हि.स.)। अजमेर में जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाओं के विरोध में अजमेर बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा। बार अध्यक्ष अशोक सिंह रावत और अधिवक्ता शैलेन्द्र सिंह परमार के नेतृत्व में सौंपे गए इस ज्ञापन में मांग की गई कि धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए।

ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि शहर में कुछ कथित ईसाई धर्म प्रचारक प्रलोभन, धोखे और बहकावे के माध्यम से विशेष रूप से गरीब, दलित और असहाय परिवारों को निशाना बनाकर जबरन धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं, जो कि कानूनन अपराध है।

ज्ञापन में कुंदन नगर निवासी सुनील दत्त नामक एक पादरी का उल्लेख किया गया है, जो पूर्व में रिक्शा चालक था और अब धर्म परिवर्तन कर ईसाई बन चुका है। आरोप है कि वह स्वयं को ईसा मसीह का दूत बताकर चमत्कारी इलाज के नाम पर लोगों को भ्रमित कर रहा है, हिंदू देवी-देवताओं के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर रहा है तथा कपटपूर्वक धर्म परिवर्तन करवा रहा है।

इस संबंध में पूर्व में 23 मई 2025 को रामभारत चौहान निवासी गणेश नगर व देवराज निवासी माली मोहल्ला द्वारा पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र सौंपा गया था, लेकिन अब तक कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई है। ज्ञापन में दावा किया गया है कि सुनील दत्त अब अपने दो सहयोगियों — अमरचंद उबाना और राजेन्द्र ठेवीड — के साथ मिलकर खुलेआम धर्म परिवर्तन गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।

वकीलों ने यह भी आरोप लगाया कि सुनील दत्त के पुत्र विमल दत्त और निर्मल दत्त, जो कि राजकीय जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में कार्यरत हैं, वे अस्पताल में मरीजों को दवा के बजाय ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इनके साथ मोहित शर्मा निवासी पालबिछला भी इस गतिविधि में संलिप्त बताया गया है।

ज्ञापन में मांग की गई है कि अजमेर शहर में जहां-जहां भी धर्म परिवर्तन की आड़ में अवैध गतिविधियां संचालित हो रही हैं, उन्हें तत्काल रोका जाए। साथ ही चेतावनी दी गई कि यदि प्रशासन ने शीघ्र प्रभावी कार्रवाई नहीं की, तो सकल हिंदू समाज अपने स्तर पर विरोध करेगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।

ज्ञापन सौंपने वालों में अधिवक्ता दुर्गाप्रसाद शर्मा, सुचित्रा बंजा, सुमन साहू, मनोज आहूजा, रामस्वरूप कुठी, घनश्याम सिंह चौहान, अनिल चौधरी, संजय सिंह खंगारोत, मुनेश तिवारी, सुधान्यु टांक, टीकमचंद टांक सहित अनेक अधिवक्ता उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष